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निचले इलाकों और कमजोर क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को चक्रवात आश्रय स्थलों में स्थानांतरित करने की सलाह
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मुख्य सचिव को नियमित रूप से स्थिति की समीक्षा करने का भी निर्देश
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मुख्यमंत्री ने चक्रवात के बाद राहत और बहाली कार्यों के लिए पहले से योजना तैयार करने का निर्देश दिया
भुवनेश्वर। बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवात मोचा के संभावित गठन के मद्देनजर ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने आज एक उच्चस्तरीय बैठक में समीक्षा की।
मुख्यमंत्री ने साल 2019 के चक्रवात फनी को याद करते हुए कहा कि गर्मी के मौसम में चक्रवातों के मार्ग का निर्धारण कठिन होता है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों और विभागों को किसी भी तरह की घटना से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया।
उन्होंने यह भी सलाह दी कि यदि आवश्यक हो तो निचले इलाकों और कमजोर क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को चक्रवात आश्रय स्थलों में स्थानांतरित किया जाए।
मुख्यमंत्री ने चक्रवात के बाद राहत और बहाली कार्यों के लिए पहले से योजना तैयार करने के लिए निर्देश दिया।
उन्होंने मुख्य सचिव को नियमित रूप से स्थिति की समीक्षा करने का भी निर्देश दिया और विशेष राहत आयुक्त को सभी विभागों के साथ समन्वय से काम करने को कहा।
मुख्य सचिव प्रदीप कुमार जेना ने कहा कि आपदा के दौरान शून्य हताहत सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे। इस संबंध में सभी जिलाधिकारियों को अलर्ट कर दिया गया है। अधिकारी ने कहा कि लगभग 1000 चक्रवात आश्रय स्थल तैयार हैं, जबकि स्कूल भवनों सहित अधिक सुरक्षित स्थानों की पहचान की गई है।