कटक। तेरापंथ धर्म संघ के एकादशम अनुशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण जी ने महती कृपा करके बायतु में मुमुक्षु संजना एवं उनके परिजनों के निवेदन पर समणी दीक्षा प्रदान करने की स्वीकृति प्रदान की। आगामी 26 जून 2023 को मुंबई में इनकी दीक्षा सुसंपन्न होगी। वे गत साढ़े पांच वर्षों से पारमार्थिक शिक्षण संस्थान में अध्ययनरत हैं। जैन दर्शन में एमए कर चुकी हैं। दीक्षार्थी बैरागण का बरघोड़ा एवं मंगल भावना समारोह श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा व अन्य संस्थाओं के तत्वावधान में स्थानीय तेरापंथ भवन में दीक्षार्थी बैरागण मुमुक्षु संजना का बरघोड़ा एवं मंगल भावना समारोह आयोजित किया गया। प्रातः साढ़े सात बजे पीठापुर से शोभायात्रा शुरू हुई और जुलूस के साथ काठगड़ा साही स्थित तेरापंथ भवन में पहुंची। तत्पश्चात कार्यक्रम की शुरुआत हुई।
कार्यक्रम में मंगलाचरण महिला मंडल की बहनों द्वारा किया गया। सभा अध्यक्ष मोहनलाल सिंघी ने सभी का हार्दिक स्वागत करते हुए अपने विचारों को प्रस्तुत किया। मुमुक्षु बहन का जीवन परिचय वरिष्ठ श्रावक मंगलचंद जी चोपड़ा ने प्रदान किया।
कोलकाता प्रवासी संजय-संजू पारख की सुपुत्री मुमुक्षु संजना का ननिहाल पक्ष बेताला परिवार कटक में है और जन्मभूमि भी कटक धरा है। उन्होंने अपने दीक्षित होने के बारे में उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि मैंने संयम का पथ जो चुना है, वह सर्वश्रेष्ठ है और मुक्ति का मार्ग है। उन्होंने सदन में उपस्थित श्रावक-श्राविकाओं को त्याग प्रत्याख्यान एवं जीवन कल्याण हेतु अग्रसर होने के लिए के लिए प्रेरित किया।
श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा, तेरापंथ युवक परिषद, तेरापंथ महिला मंडल, उपासक वर्ग, किशोर मंडल, कन्या मंडल, ज्ञानशाला परिवार, अणुव्रत समिति, तेरापंथ भवन समिति व केन्द्रीय संस्थाओं के प्रतिनिधिगण एवं अन्यान्य श्रावक समाज ने अपने वक्तव्य व गीतिकाओं के द्वारा मुमुक्षु बहन को आध्यात्मिक शुभकामनाएं ज्ञापित की। परिजनों ने भी आगामी जीवन के हेतु मंगलकामना व्यक्त की।
सभी संस्थाओं द्वारा बैरागण बहन का अभिनन्दन किया गया। इस समारोह में भुवनेश्वर सभा, युवक परिषद, महिला मंडल, उत्कल प्रादेशिक मारवाड़ी सम्मेलन कटक, नंदगांव गोशाला, श्याम बाबा मन्दिर, टेक्सटाइल मर्चेंट एसोसिएशन व अन्यान्य संस्थाओं के प्रतिनिधि विशेष रूप से शामिल हुए। अंत में आभार ज्ञापन सभा के सहमंत्री इन्द्र कुमार दूग्गड़ द्वारा किया गया। कार्यक्रम का संचालन उपासक राजेन्द्र लुणिया ने किया।