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एसआरसी जमीनी स्तर पर तैयारियों को लेकर कर चुके हैं जिलास्तरीय समीक्षा बैठक की
भुवनेश्वर। ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप कुमार जेना ने मई-जून के दौरान ग्रीष्मकालीन चक्रवात को लेकर तैयारियों पर चर्चा करने के लिए आज एक राज्यस्तरीय बैठक बुलाई। उल्लेखनीय है कि बीते कई सालों के दौरान देखने को मिली है कि गर्मी के मौसम में खासकर मई महीने में असानी, यश, अम्फान और फनी जैसे कुछ प्रमुख चक्रवात राज्य में आए हैं। इसे ध्यान में रखते हुए पिछले हफ्ते, विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) ने इस साल संभावित चक्रवातों के लिए जमीनी स्तर पर तैयारियों पर जिलास्तरीय समीक्षा बैठक की। बताया गया है कि आमतौर पर ओडिशा मई-जून और अक्टूबर-नवंबर में मानसून की वापसी के दौरान में चक्रवातों के प्रकोप को झेलता है। जलवायु परिवर्तन के कारण बीते साल 2019 से गर्मी के महीनों के दौरान ओडिशा में चक्रवात आम हो गए हैं।
साल 2022 में चक्रवात असानी ने 7-11 मई के दौरान 119 किमी प्रति घंटे की हवा की गति के साथ ओडिशा में लैंडफॉल किया था। इसने पड़ोसी आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों में भी तबाही मचाई।
साल 2021 में एक चक्रवात ने 21 से 27 मई के बीच पश्चिम बंगाल और ओडिशा के बीच लैंडफॉल किया और ओडिशा को भी प्रभावित किया। साल 2020 में चक्रवात अम्फान 12 से 21 मई के बीच पश्चिम बंगाल और ओडिशा से गुजरा।
साल 2019 में चक्रवात फनी ने पुरी में लैंडफॉल किया और खुर्दा और कटक में भारी तबाही मचाई। इन चक्रवातों को ध्यान में रखते हुए यह बैठक आयोजित की गई।