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जांच में जुटी सीआईडी सीबी साइबर अपराध पुलिस को पांच दिनों में मिली सफलता
भुवनेश्वर। खुर्दा के सरुआ में स्थित एक केमिकल कंपनी से धोखाधड़ी से लूटे गए 119,040 अमेरिकी डॉलर (97.93 लाख रुपये) को सीआईडी सीबी साइबर अपराध पुलिस ने रिकवरी करा ली है। इसे लेकर कंपनी ने एक शिकायत दर्ज कराई थी और सीआईडी सीबी साइबर अपराध पुलिस ने 21 अप्रैल को आईपीसी की धारा 419/420/467/468/471/120-बी सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2000 की धारा 66-सी/66-डी के तहत मामला दर्ज किया था।
बताया गया है कि उपरोक्त कंपनी का सिंगापुर स्थित एक कंपनी के साथ नियमित व्यापारिक लेन-देन था, जहां से वह कच्चे माल की खरीद करती थी और नियमित आधार पर धन हस्तांतरित करते थे। विक्रेता का खाता संयुक्त राज्य अमेरिका का जेपी मॉर्गन बैंक में था, जिसमें वे आम तौर पर चालान और खरीद आदेश प्राप्त करने के बाद पैसा जमा करती थी। एक मध्यस्थ, अजय द्विवेदी के ईमेल पते का उपयोग अंतिम लेन-देन संचार के लिए किया जा रहा था। एक दिन अजय द्विबेदी के नाम से थोड़ा अलग अक्षर वाला एक ईमेल इस कंपनी को मिला, लेकिन उन्हें जेपी मॉर्गन बैंक के दूसरे खाते में पैसा जमा करने के लिए कहा गया, जो पिछले खाता संख्या से अलग था।
समान हस्ताक्षर और मुहर के साथ ईमेल के माध्यम से चालान और आदेश प्राप्त करने के बाद कंपनी ने जालसाज के खाते में 119040 अमेरिकी डॉलर (97,93,641.98 रुपये) स्थानांतरित कर दिया, लेकिन अजय द्विवेदी के साथ सत्यापन के बाद पता चला कि धन को धोखाधड़ी वाले खाते में स्थानांतरित कर दिया गया था।
अजय द्विवेदी ने अपने नाम से ऐसा कोई ईमेल अकाउंट होने की बात से भी इनकार किया। जल्द ही उन्हें एहसास हुआ कि यह एक साइबर जालसाज का काम था और उन्होंने सीआईडी सीबी साइबर अपराध पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट की।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि सीआईडी सीबी साइबर अपराध पुलिस स्टेशन, कटक जल्द ही कार्रवाई में जुट गया और मामले को कानूनी रूप से बैंक के साथ ले लिया और अपराध शाखा के लगातार प्रयासों के कारण साइबर जालसाज द्वारा छीनी गई पूरी राशि बरामद की जा सकी और वापस बैंक को लौटा दी गई। शिकायतकर्ता फर्म के खाते में 26 अप्रैल, 2023 को 5 दिनों के भीतर यह राशि लौटा दी गई। आगे की जांच प्रक्रिया पर है।