-
ट्रांसफार्मिंग लॉजिस्टिक फॉर कोस्टल इकोनॉमिक विद अ फोकस ऑन सस्टेनेबिलिटी’ सम्मेलन में केन्द्रीय मंत्री चन्द्रशेखर ने किया संबोधित
भुवनेश्वर। राजधानी में आज जी-20 के तीसरी शिक्षा वर्किंग ग्रुप की बैठक के परिप्रेक्ष्य में स्थानीय सीएसआईआर-आईएमएमटी परिसर में आयोजित `ट्रांसफार्मिंग लॉजिस्टिक फॉर कोस्टल इकोनॉमिक विद अ फोकस ऑन सस्टेनेबिलिटी’ सम्मेलन का शुभारंभ हुआ। केन्द्रीय कौशल विकास, उद्यमिता एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया। उदघाटन समारोह में कौशल विकास व दक्षता विभाग के सचिव अतुल कुमार तिवारी व उद्योग से जुड़े लोग उपस्थित थे।
इस अवसर पर श्री चंद्रशेखर ने फ्युचर आफ वर्क व स्किलिंग को लेकर हो रहे विचार विमर्श व चर्चा में अधिक से अधिक छात्र सामिल होने को लेकर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि युवा वर्ग ही इसका सबसे बड़ा हिताधिकारी होने वाला है।
श्री चंद्रशेखऱ ने कहा कि यह सम्मेलन में लाजिस्टिक, तटीय अर्थ व्यवस्था व पोषणीयता पर ध्यान केन्द्रित कर चर्चा हो रही है। तटीय अर्थव्यवस्था के संदर्भ में स्किलिंग एक महत्वपूर्ण विषय है।
श्री चंद्रशेखर ने कहा कि आगामी दिनों में लाजिस्टिक एक ऐसा क्षेत्र होने वाला है जिसमें युवा छात्रों के लिए अपार संभवनाएं रहेंगीं। भविष्य में सेमी कंडक्टर, इलेक्ट्रोनिक्स, सूचना प्रौद्यगिकी आदि क्षेत्रों में निवेश, उद्यमिता व रोजगार के प्रबल संभवना रहने वाली है। पूरे विश्व के लिए यह एक अच्छा समय होगा जिसमें संभावनाएं व चुनौतियां भी रहेंगी। इसी संदर्भ में भारत अब तेज गति से आगे बढने वाला देश बन गया है। अब भारत को पूरे विश्व में अधिक सम्मान की दृष्टि से देखा जाने लगा है।
उन्होंने कहा कि 2014 में भारत में इस्तमाल किये जा रहे 82 प्रतिशत मोबाइल फोन बाहर से आयात होता था। 2022 में देश में इस्तमाल हो रहे लगभग शत प्रतिशत मोबाइल फोन भारत में तैयार हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भविष्य को ध्यान में रखकर प्रधानमंत्री नरेन्द्रमोदी गति शक्ति योजना पर विशेष महत्व दे रहे हैं। इसके जरिये आधुनिक लाजिस्टिक लेयर तैयार कर भारत को ब्लू इकोनामी उत्पाद, कृषि व खाद्य के क्षेत्र में ग्लोबल हब बनाने का लक्ष्य है। इसलिए देश के युवाओं के लिए लाजिस्टिक एक महत्वपूर्ण क्षेत्र आगामी दिनों में होने वाला है।