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कहा-स्वयं गायब कर खो जाने का नाटक कर रही है राज्य सरकार
भुवनेश्वर। महाप्रभु श्रीजगन्नाथ मंदिर प्रशासन के जिन दो महत्वपूर्ण फाइलों के खो जाने की बात विधि विभाग कह रहा है, वास्तव वह खो नहीं गई है, बल्कि उसे जानबूझकर नष्ट करने की साजिश रची गई है। राज्य सरकार यह ड्रामा बंद करे तथा राज्य की जनता को बताये कि उस फाइल में क्या था। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अनील विश्वाल ने पार्टी कार्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में ये बातें कहीं।
बिश्वाल ने कहा कि फाइल खो जाने संबंधी ड्रामा करना राज्य की नवीन सरकार के लिए कोई नई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि इससे पहले खनिज घोटाले के मामले में भी एक फाइल सचिवालय से खो गई थी। इसके अलावा एकाउंटेंट जनरल (एजी) ने भुवनेश्वर विकास प्राधिकरण से संबंधित फाउल जब मांगी, तब शहरी विकास विभाग ने बताया कि फाइल खो गई है। उन्होंने कहा कि जब भी भ्रष्टाचार पकड़े जाने की बात आती है, तब राज्य सरकार की फाइल गुम हो जा जाती है।
बिश्वाल ने कहा कि राज्य सरकार ने 2007 से ई-फाइलिंग की व्यवस्था लागू की है। श्रीजगन्नाथ मंदिर प्रशासन की जिस फाइल के गुम हो जाने की बात कही जा रही है, वह 2014 की है। बड़ा प्रश्न यह है कि ई-फाइलिंग की व्यवस्था लागू होने के बाद यह फाइल गुम कैसे हुई। इसलिए राज्य सरकार इस मामले में नौटंकी बंद कर फाइल में क्या था, इसके बारे में राज्य की जनता को अवगत कराएं।