अपने प्रारम्भिक जीवन की घटनाओं को याद करते हुए उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने कड़ी मेहनत से गणित में अपनी सीमाओं को पार किया (कमजोरियों को हराया), अपने व्यक्तिगत जीवन की एक घटना के बारे में विस्तार से बताते हुए उन्होंने कहा की उनके लिए गणित एक बहुत ही मुश्किल विषय हुआ करती थी। कक्षा नौ में बमुश्किल उत्तीर्ण अंक प्राप्त करने के बाद आगे की पढ़ाई और मार्गदर्शन के लिए गणित के एक प्रतिष्ठित शिक्षक से शिक्षा प्राप्त करने लगे, लेकिन जल्दी ही शिक्षक ने गणित में इनकी क्षमताओं को लेकर एक महत्वपूर्ण फैसला सुना दिया। शिक्षक की इस भविष्यवाणी से दुखी होकर उन्होंने अपने दम पर गणित को सीखने और उसमें महारत हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत की। इसके बाद देश दुनिया की किताबों से सीखना उनका जुनून बन गया। युवाओं को विशेष रूप से विपरीत परिस्थितियों का सामना करने और सफल होने के प्रलोभनों को दूर करने के लिए तैयार और दृढ़ रहने के लिये प्रोत्साहित करते हुए कहा की ऐसे ही गुण उन्हे भविष्य में प्रसिद्धि दिलाएगा।
अद्यंत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के संरक्षक के रूप में उत्कृष्ट गणितज्ञ जब भी विद्यालय और राज्य के दौरे पर पहुंचते हैं, तब विशेष तौर पर तैयार किए गए अपने क्लासरूम में छात्रों को गणित भी पढ़ाते हैं। राज्य के लाखों प्रतिभाशाली और ईमानदार छात्रों के बीच आद्यंत के छात्रों के लिए अपने प्यार को दुहराते उन्हे नए साल की ढेरों शुभकामनाएं दी। छात्रों के साथ अपनी गर्मजोशी दिखाते हुए अपनी कक्षाओं को आगे जारी रखने का वादा भी किया। इसी के साथ ही छात्रों के दिलों में अपनी जगह बना ली।
कॉलेज के संस्थापक और अध्यक्ष एबी सिंह ने अतिथि और संरक्षक का धन्यवाद और अभिनंदन करते हुए नए साल की शानदार शुरुआत होने की प्रशंसा व्यक्त की। इस अवसर पर प्राचार्या रिंकू षाड़ंगी ने धन्यवाद ज्ञापन किया।