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ओडिशा में ओएसएल ने किया नदी संचालन का पुनर्विकास

  • पारादीप से गुजरात बंदरगाह तक जिप्सम का पहला घरेलू आपूर्ति संचालित किया

भुवनेश्वर। पूर्वी भारत की प्रमुख स्टीवडोरिंग कंपनी ओडिशा स्टीवडोर्स लिमिटेड (ओएसएल) ने ओडिशा में नदी संचालन का पुनर्विकास करके एक अनूठी उपलब्धि हासिल की। ओएसएल ने

पारादीप पोर्ट से गुजरात में पिपावाव पोर्ट तक जिप्सम की आपूर्ति का संचालन किया है। यह अपनी तरह का पहला मामला है। आपूर्ति व्यवस्था की पूरी देखरेख और संचालन अनुभवी ओएसएल ने किया है। ओएसएल ने भारत में शीर्ष दस स्टीवेडोरिंग कंपनियों में से एक के रूप में अपना नाम स्थापित किया है। कार्गो को पारादीप में प्रमुख उर्वरक फर्म इफको की रिवराइन जेटी (जिसे ओएसएल द्वारा विकसित किया गया है) से बार्ज के माध्यम से लाया गया था। इसे बार्ज से अनलोड किया गया था और पारादीप पोर्ट अथॉरिटी (पीपीए) की मुख्य बर्थ पर स्थानांतरित कर दिया गया था और एमवी परनासॉस जहाज में लोड किया गया था।

विशेष रूप से, ओएसएल ने लगभग एक सदी के बाद ओडिशा में नदी संचालन का पुनर्विकास करके यह अनूठी उपलब्धि हासिल की है। इसने जलमार्गों को परिवहन के एक व्यवहार्य साधन के रूप में उपयोग करने की संभावना को साबित कर दिया है।

इस अवसर पर इफको के निदेशक केजे पटेल, पीपीए के अध्यक्ष पीएल हरनाध और इफको, पीपीए तथा ओएसएल के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे और उन्होंने कार्गो परिवहन के नए आयाम देखे।

ओएसएल समूह के संस्थापक महिमानंद मिश्र ने कहा कि मल्टी-मॉडल परिवहन प्रणाली के उपयोग के साथ परिवहन क्षेत्र में नए आयाम का युग शुरू हो गया है और ओएसएल ने इस प्रणाली में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इससे मुझे बहुत खुशी हुई है और यह पूरी ओएसएल टीम के लिए एक सपने के सच होने जैसा है।

मिश्र ने आगे कहा कि यह कम उत्सर्जन मोड परिवहन प्रणाली न केवल देश की अर्थव्यवस्था को कई तरह से बढ़ावा देगी, बल्कि हमारे पर्यावरण की भी रक्षा करेगी।

उल्लेखनीय है कि ओडिशा स्टीवडोर्स लिमिटेड (ओएसएल) ने बंदरगाह शहर पारादीप में एक नदी घाट विकसित किया है। यह ओएसएल समूह द्वारा विकसित ओडिशा की पहली नदी घाट है। ओएसएल भारत के पूर्वी तट बंदरगाहों पर एक प्रमुख स्टीवडोरिंग और कार्गो हैंडलिंग कंपनी है और वर्तमान में विभिन्न क्षेत्रों में 50 मिलियन टन से अधिक कार्गो का प्रबंधन करती है। कोर कार्यात्मक क्षेत्रों में स्टीवडोरिंग, प्रोजेक्ट कार्गो हैंडलिंग, सी एंड एफ गतिविधियां, कस्टम हाउस एजेंसी और स्टीमर एजेंसी आदि शामिल हैं।

इनके अलावा, ओएसएल के पास खनन, परिवहन, हॉस्पिटैलिटी, ड्रेजिंग और वेयरहाउसिंग सहित अन्य क्षेत्रों में विशेषज्ञता हासिल है।

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