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ओडिशा में और पड़ेगी भीषण गर्मी

  • चार दिनों में 5 डिग्री तक बढ़ सकता है अधिकतम तापमान

  • कई जिलों के लिए पीली चेतावनी जारी

  • सभी जिलों के अस्पतालों को आवश्यक तैयारियां रखने के निर्देश

  • अस्तपालों में कूलर व एसी के साथ-साथ आपातकालीन दवाएं व एंबुलेंस सेवा भी तैयार रखें – जन स्वास्थ्य निदेशक

भुवनेश्वर। ओडिशा में गर्मी अभी और भीषण रूप धारण करेगी। राज्य में 3 से 5 डिग्री सेल्सियस तक अधिकत तापमान में बढ़ोतरी होने की संभावना है। यह जानकारी आज यहां

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने दी। मौसम विभाग ने आज एक बार फिर ओडिशा के कई हिस्सों में अगले कुछ दिनों में लू चलने को अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही अधिकतम तापमान में काफी वृद्धि होने की संभावना को लेकर पीली चेतावनी भी जारी की है। इधर, राज्य में जिला प्रशासन अलर्ट पर है। सभी जिलों के अस्पतालों को आवश्यक तैयारियां रखने के निर्देश दिए गए हैं। जन स्वास्थ्य निदेशक ने अस्तपालों में कूलर व एसी के साथ-साथ आपातकालीन दवाएं व एंबुलेंस सेवा भी तैयार रखने को कहा है।

मौसम विभाग ने कहा है कि उत्तर-पश्चिमी, पश्चिमी शुष्क हवा और चिलचिलाती धूप के कारण ओडिशा में कई स्थानों पर अगले 2 दिनों के दौरान अधिकतम तापमान (दिन का तापमान) धीरे-धीरे 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ने की संभावना है। अगले 4 दिनों के दौरान ओडिशा के जिलों में कुछ स्थानों पर अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक और सामान्य से 3 से 5 डिग्री सेल्सियस अधिक रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के लिए लू को लेकर सुंदरगढ़, केंदुझर, मयूरभंज और बालेश्वर जिलों में एक या दो स्थानों के लिए पीली चेतावनी जारी की है।

इसके बाद 14 अप्रैल के लिए झारसुगुड़ा, संबलपुर, सुंदरगढ़, केंदुझर, मयूरभंज, देवगढ़, अनुगूल और बालेश्वर जिलों में एक या दो स्थानों पर लू चलने की संभावना है। इन जिलों के लिए पीली चेतावनी जारी की गई है। 15 अप्रैल को केंदुझर, देवगढ़, सुंदरगढ़, झारसुगुड़ा, संबलपुर, सोनपुर, देवगढ़, बौध और कंधमाल जिलों में एक या दो स्थानों पर लू चलने की संभावना है। मौसम विभाग ने इन जिलों के लिए भी पीली चेतावनी जारी की है।

भीषण गर्मी को प्रशासन अलर्ट पर

राज्य में भीषण गर्मी को लेकर जिला प्रशासन को अलर्ट कर दिया गया है। गर्मी को ध्यान में रखते सभी जिलों के अस्पतालों को आवश्यक तैयारियां पूरी रखने के निर्देश दिए गए हैं। राज्य के जन स्वास्थ्य विभाग के निदेशक निरंजन मिश्र ने पत्रकारों से बातचीत में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अस्पतालों में कूलर व एसी तैयार रखने के लिए निर्देश दिए गए हैं। इसी तरह आपातकालीन दवाएं तथा आवश्यक होने पर एंबुलेंस सेवा भी तैय़ार रखने के लिए भी कहा गया है।

प्रत्येक जिले में कॉल सेंटर बना

निदेशक निरंजन मिश्र ने कहा कि प्रत्येक जिले में कॉल सेंटर बनाए गए हैं। वहां से जानकारी ली जा रही हैं। गर्मी से कैसे बचाव किया जा सकेगा, इसे लेकर जिलाधिकारियों के जरिये लोगों को जागरुक किया जाएगा। अभी तक गर्मी के कारण किसी की मौत होने की सूचना नहीं है। मौसम विभाग ने आगामी चार दिनों तक भयंकर गर्मी पड़ने का पूर्वानुमान लगाया है। इसे ध्यान में रखकर हमें सतर्कता बरतनी पड़ेगी।

पंचायतीराज विभाग ने शुरू की तैयारी

राज्य में राज्य भीषण गर्मी की चपेट में है। तापमान लगातार बढ़ने के कारण लोगों में लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में राज्य सरकार के पंचायतीराज विभाग ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में पेयजल व अन्य समस्याओं के समाधान के लिए कदम उठा रहा है। राज्य के पंचायत राज मंत्री प्रदीप कुमार आमत ने यहां पत्रकारों से बातचीत में बताया कि पंचायती राज विभाग ने अपनी तैयारियां प्रारंभ कर दी हैं। लोगों के पेयजल की समस्या को समाधान करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।

चांपाकल लगाने की मंजूरी देंगे डीएम

राज्य के पंचायत राज मंत्री प्रदीप कुमार आमत ने कहा कि जिन गांवों में पेयजल की समस्या है, वहां आवश्यक होने पर चापांकल लगाने की व्यवस्था की जा रही है। अधिशासी अभियंता के सिफारिश के बाद जिलाधिकारी ने चांपाकल लगाने की मंजूरी दे सकते हैं। पंचायत स्तर में पीने के चौकों में यात्री व राहगीरों को पेयजल उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है।

खराब पेयजल स्रोतों की मरम्मत कराने के निर्देश

पंचायत राज मंत्री प्रदीप कुमार आमत ने कहा जिन गांवों में चांपाकल और पेयजल के स्रोत खराब हैं, वहां युद्ध स्तर पर मरम्मत का कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं। खराब पड़े चांपाकल व अन्य पेयजल स्रोतों की मरम्मत करने के लिए सुप्रीटेंडेंट इंजीनियर 50000 रुपये तक की राशि खर्च कर सकते हैं। 50000 रुपये से अधिक राशि खर्च होने की स्थिति में उन्हें जिलाधिकारी से अनुमति लेनी पड़ेगी। जिलास्तर की किसी प्रकार की समस्या को जिलास्तर पर ही समाधान किया जा सके, इसका प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि दूरदराज के इलाकों में पानी टैंकर से पहुंचाने के लिए भी निर्देश दिया गया है।

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