भुवनेश्वर। भगवान महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव पर उत्कल सांस्कृतिक विश्वविद्यालय की जैन चैयर के द्वारा जैन तीर्थकंर भगवान महावीर जयंती पर भव्य गोष्ठी आयोजित की गई।
इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में मनसुखलाल सेठिया, अध्यक्ष श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी महासभा, मुख्य वक्ता प्रफेसर बसंत कुमार पंडा, डॉ सुचित्रा दास, जैन चेयर संयोजक और डॉ चक्रधर बेहरा आदि मंचासीन थे।
मुख्य वक्ता प्रोफेसर बसंत कुमार पंडा ने भगवान महावीर के जन्म से निर्वाण तक के बारे में विस्तृत जानकारी दी तथा उनके सिद्धांतों के बारे में गहन रूप से प्रकाश डाला। अहिंसा, अपरिग्रह, अशथ्ये, अनेकांतवाद तथा ओडिशा में जैन धर्म के इतिहास के विषय पर सदन में विशेष जानकारी दी।
मुख्य अतिथि मनसुख लाल सेठिया ने प्रोफेसर पंडा द्वारा दी गई जानकारियों की सराहना की। सेठिया ने कहा कि अनेकांतवाद तथा अपरिग्रह के सिद्धांत को जीवन में अपना लें, तो हिंसा से बचा जा सकता है।
कटक अणुव्रत समिति के अध्यक्ष मुकेश डुंगरवाल ने अपने व्यक्तव्य में भगवान महावीर के सिद्धांतों पर गहन प्रकाश डाला। पानमल नाहटा ने भगवान महावीर पर सुन्दर प्रस्तुति दी।
डॉ सुचित्रा दास ने आगंतुक अतिथियों का स्वागत स्मृति चिह्न तथा अंग वस्त्र देकर किया।
आयोजन के प्रारंभ में ओड़िया भाषा में विश्वविद्यालय के छात्र, छात्राओं ने गितिका का गान किया।
कार्यक्रम में श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा भुवनेश्वर के अध्यक्ष बच्छराज बेताला, महेंद्र सिंह मणोत, प्रकाश बेताला, लक्ष्मी नारायण, मुकेश डुंगरवाल तथा अनेक गणमान्य व्यक्तियों के अलावा छात्र, छात्राओं की विशेष उपस्थिति उल्लेखनीय रही। जैन महामंत्र नमस्कार मंत्र के उल्लेख के साथ आयोजन समाप्त किया गया।