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सदन 4:00 बजे तक स्थगित, नहीं चल सका प्रश्नकाल व शून्यकाल
भुवनेश्वर। महानदी के मुद्दे पर मोशन के जरिए चर्चा करने कराने की मांग को लेकर विपक्षी विधायकों के हंगामे के कारण आज विधानसभा के पहले पाली में कोई कामकाज नहीं हो सका। विधानसभा अध्यक्ष ने इसकी अनुमति न देने के कारण विपक्षी भाजपा और कांग्रेस के विधायकों ने हंगामा किया। इस कारण विधानसभा अध्यक्ष ने सदन को दोपहर 4:00 बजे तक स्थगित कर दी। इस कारण आज सदन में प्रश्नकाल शून्यकाल तथा कार्य स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा का कार्यक्रम नहीं हो सका।
आज निर्धारित समय सुबह 10:30 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विधानसभा अध्यक्ष ने प्रश्नकाल का कार्यक्रम शुरू करना चाहा। उन्होंने जलसंपदा मंत्री टुकुनी साहू को उत्तर देने के लिए बुलाया। उसी वक्त कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्र अपनी सीट पर खड़े हो गए और उन्होंने कहा कि उन्होंने प्रश्नकाल को निलंबित कर महानदी मुद्दे को मोशन के जरिए चर्चा करने के लिए नोटिस दी है। इस कारण प्रश्नकाल को सस्पेंड किया जाए तथा महानदी के मुद्दे पर मोशन के जरिए चर्चा की जाए, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने उनकी यह मांग खारिज कर दी।
इससे इसके बाद विपक्षी कांग्रेस व भाजपा के विधायक सदन के बीच में आ गए और नारेबाजी करने लगे। विपक्षी विधायकों के नारेबाजी के बीच जलसंपदा मंत्री श्रीमती साहू उनसे पूछे गए सवाल का उत्तर दे रही थीं, लेकिन शोर-शराबे के बीच उनका उत्तर प्रेस गैलरी तक ठीक से नहीं सुनाई दे रही थी।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि बजट अधिवेशन के दौरान एप्रोप्रिएशन बिल पारित ना होने तक किसी प्रकार के मोशन पर चर्चा नहीं की जा सकती है। इस कारण जब आप्रोप्रिएशन बिल पारित हो जाएगा, तब इस पर विचार किया जा सकता है। उधर, विरोधी कांग्रेस और भाजपा विधायक सरकार के खिलाफ हंगामा व नारेबाजी करते रहे।
विधानसभा अध्यक्ष ने कांग्रेस और भाजपा के विधायकों को अपनी-अपनी सीट पर जाकर सदन की कार्यवाही में सहयोग करने की अपील की, लेकिन इसका कोई प्रभाव विपक्षी विधायकों पर नहीं दिखा और वे नारेबाजी करते रहे। उधर, सत्तापक्ष के विधायक भी अपनी-अपनी सीट पर खड़े होकर हंगामा करते दिखे। इस कारण विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को शाम 4:00 बजे तक स्थगित करने की घोषणा की।