भुवनेश्वर। मंत्री नव किशोर दास की हत्या का मामला आज फिर विधानसभा में उठा। जांच में एफडीआई से सहयोग लेने के लिए राज्य सरकार द्वारा लिखे गए पत्र व हाईकोर्ट द्वारा मॉनिटरिंग के लिए लिखे गए पत्र को विधानसभा के पटल पर रखने की मांग की गई।
विपक्ष के नेता जयनारायण मिश्र ने शून्यकाल में इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि मंत्री नव किशोर दास की हत्या को 50 दिन हो चुके हैं। 50 दिन बीत जाने के बाद भी हत्या के पीछे का कारण और उसके षडयंत्रकारियों के बारे में अभी तक नहीं पता चल पा रहा है। उधर कटक के एससीबी मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों की टीम ने मुख्य आरोपी गोपाल की मानसिक स्थिति बिल्कुल सही होने की बात रिपोर्ट में दी है। इसके बावजूद उसे पुलिस बेंगलुरु के अस्पताल में फिर से लेने के लिए आवेदन किया था। मिश्र ने कहा कि एससीबी मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों को टीम पर क्या राज्य सरकार को भरोसा नहीं है। उन्होंने सवाल किया कि राज्य सरकार गोपाल को पागल सिद्ध करने के लिए क्यों लगातार प्रयास में लगी है।
उन्होंने कहा कि इस हत्या के मामले में जांच में सहयोग के लिए राज्य सरकार ने केंद्र सरकार को पत्र लिखा है उसकी प्रति विधानसभा के पटल पर रखा जाए। साथ ही हाईकोर्ट द्वारा मामले की जांच में मॉनिटरिंग किए जाने संबंध में लिखे गए पत्र को भी विधानसभा पेश किया जाए।