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पुलिस मुखबिरी का लगाया आरोप
नवरंगपुर। ओडिशा के नवरंगपुर जिले के रायघर ब्लॉक के खालेपड़ा गांव में माओवादियों ने पुलिस मुखबिरी के शक में एक ग्रामीण की हत्या कर दी। मृतक की पहचान चंदन मल्लिक (42) के रूप में हुई है।
पुलिस ने बताया कि गुरुवार की रात करीब नौ बजे 25 से अधिक नक्सली गांव पहुंचे और चंदन को जबरन पास के एक खेत में ले गए। उन्होंने पीड़ित के हाथ बांध दिए और उसकी बेरहमी से पिटाई की। बाद में उन्होंने रस्सी से चंदन का गला घोंट दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
गांव से निकलते समय माओवादियों ने चंदन की मौत के लिए नवरंगपुर एसपी, छत्तीसगढ़ पुलिस और खुफिया विभाग को जिम्मेदार बताते हुए पोस्टर छोड़ गये।
पोस्टरों में यह भी उल्लेख किया गया है कि चंदन पुलिस को उनके आंदोलनों और गतिविधियों के बारे में सूचित कर रहा था और पहले उसे जन अदालत में चेतावनी दी गई थी। हालांकि, उसने पुलिस मुखबिर के रूप में काम करना जारी रखा और इसलिए उसे मौत की सजा दी गई है। पुलिस ने शव को बरामद कर घटना की जांच शुरू कर दी है।