भुवनेश्वर। पवित्र माघ सप्तमी पर्व के अवसर पर आज सुबह हजारों श्रद्धालुओं ने यहां चंद्रभागा नदी में पवित्र डुबकी लगाई। सूर्य देवता के जन्म के उपलक्ष्य में आज के दिन तीर्थ पुष्करणी में पवित्र डुबकी लगाने की परंपरा रही है।
इस अवसर पर भगवान महादेव की भी पूजा की जाती है। भक्त माघ की अमावस्या के सातवें दिन पवित्र डुबकी लगाते हैं। मान्यता है कि इससे उनके पापों से मुक्ति तथा उन्हें त्वचा रोगों से छुटकारा मिलेगी। परंपरा के अनुसार, माधीपुर के भगवान त्रिवेणिश्वर, संथापुर के भगवान ईशानेश्वर और भगवान दक्षिणेश्वर महादेव की मूर्तियों को जुलूस में चंद्रभागा तीर्थ में लाया गया था। श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाने के बाद वहां देवी-देवताओं की पूजा अर्चना की। चंद्रभागा में उगते सूर्य की विशेष पूजा भी की गई। बाद में श्रद्धालुओं ने कोणार्क के सूर्य मंदिर में दर्शन किए। चंद्रभागा समुद्री तट पर भारी भीड़ को देखते हुए पुरी जिला प्रशासन ने पुलिस बल के 30 प्लाटून तैनात किए। पुरी और आसपास के जिलों के विभिन्न हिस्सों से भक्त समूहों में आए और रेत के बिस्तर पर अस्थायी तंबुओं के नीचे रात बिताई।