भुवनेश्वर। कीट-कीस ने शानदार तरीके से 74वां गणतंत्र दिवस समारोह मनाया। इस अवसर पर कीट-कीस प्रबंधन समिति की अध्यक्ष शाश्वती बल ने बतौर समारोह की मुख्य अतिथि के रुप में ध्वजारोहण किया और कीट-कीस के संस्थापक तथा कंधमाल लोकसभा सांसद प्रो. अच्युत सामंत ने मार्चपास्ट की सलामी ली तथा अपने संबोधन में कहा कि आजाद भारतवासी भारतीय संविधान के जनक डॉ. भीमराव अम्बेडकर के प्रति ऋणी हैं, जिन्होंने हमें देश का नया तथा विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान दिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि कीट-कीस शैक्षिक समूह आज अपने प्रत्येक स्टाफ के अपनत्व, वफादारी तथा प्रत्येक के असाधारण योगदान के चलते सफलता के इस मुकाम तक पहुंच पाया है। उन्होंने सभी को गणतंत्र दिवस की अपनी शुभकामनाएं दीं तथा अनेक को सम्मानित भी किया।
उन्होंने कहा कि कीट डीम्ड विश्वविद्यालय, भुवनेश्वर अपना रजत जयंती वर्ष भी इस वर्ष मना रहा है, जिसपर हमें गर्व है। उन्होंने कीस की चर्चा करते हुए यह कहा कि उनके द्वारा स्थापित विश्व का सबसे बड़ा तथा प्रथम आदिवासी आवासीय डीम्ड विश्वविद्यालय, भुवनेश्वर को हाल ही में यूनेस्को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता पुरस्कार प्राप्त हुआ है, जबकि कीट डीम्ड विश्वविद्यालय, भुवनेश्वर को राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार मिला है। यह कीट-कीस के लॉयल तथा सेवा के प्रति समर्पित स्टाफ के बदौलत ही संभव हो पाया है। उन्होंने अवसर पर प्रस्तुत मार्चपास्ट, घुड़सवारी तथा देशप्रेम पर आधारित विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी सराहना की। आयोजित कीट-कीस गणतंत्र दिवस समारोह में अनेक आमंत्रित गणमान्य मेहमानों के साथ-साथ आरएन दास, सचिव, कीट-कीस प्रबंधन समिति, प्रो एनएल मित्रा, पूर्व चांसलर, कीट डीयू, प्रो (डॉ) सुब्रत आचार्य, प्रो सस्मिता सामंत, वीसी, कीट डीयू, प्रो जेआर मोहंती, रजिस्ट्रार, कीट डीयू,प्रो. दीपक बेहरा, वीसी, कीस डीयू, डॉ पीके राउताराय, रजिस्ट्रार, कीस डीयू, ओलंपियन दुती चांद, श्रेयंका षाड़ंगी और श्वेतापर्णा पण्डा आदि उपस्थित थे।