अभी तक तेंदुए की मौत के सही कारण का पता नहीं चल पाया था। उधर, वन विभाग के अधिकारियों ने घटना की जांच शुरू कर दी है।
पशु चिकित्सक, लिंगराज महंत ने कहा कि तेंदुआ लगभग दो महीने का है। लगता है कि वह अपनी मां से अलग होने के बाद निर्जलीकरण के कारण मर गया। इसका पोस्टमॉर्टम कराने के बाद ही सही वजह का पता चल सकता है। उन्होंने कहा कि हम नमूनों को जांच के लिए वन्यजीव केंद्र भी भेजेंगे और अगर कोई संक्रमण पाया जाता है तो उसके अनुसार जरूरी कदम उठाए जाएंगे।