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राज्य सरकार पर डाइनैमिक एस्योर्ड कैरियर प्रोग्रेशन को लागू करने में विफलता का आरोप
भुवनेश्वर। अपनी मांगों को लेकर ओडिशा मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन (ओएमएसए) ने 1 फरवरी से काम पर हड़ताल करने की धमकी दी है। ओडिशा मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन सरकारी डॉक्टरों की एक संस्था है। इनका आरोप है कि राज्य सरकार उनके लिए डाइनैमिक एस्योर्ड कैरियर प्रोग्रेशन (डीएसीपी) को लागू करने में विफल रही। एसोसिएशन ने कहा है कि यदि मांगें पूरी नहीं होने की स्थिति में एक फरवरी से डॉक्टर अपनी मांग पूरी होने तक राष्ट्रीय कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में हिस्सा नहीं लेंगे। बताया गया है कि ओडिशा सरकार ने कई बार चर्चा करने के बावजूद उनकी मांगों को पूरा करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। सूत्रों ने कहा कि उनकी मांगों को पूरा करने में सरकार की अत्यधिक देरी ने उन्हें यह निर्णय लेने के लिए मजबूर किया है। डॉक्टरों ने मीडिया को संबोधित करते हुए हड़ताल पर जाने के फैसले की आज घोषणा की। उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार जैसे आर्थिक रूप से पिछड़े राज्य ने भी डीएसीपी लागू किया है, जबकि ओडिशा सरकार ने अभी तक ऐसा नहीं किया है। ओडिशा सरकार ने पिछले 20 वर्षों में केवल 10 ग्रेड पे दिया है, जो निराशाजनक है। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार मेडिकल कॉलेज बनाने में लगी है, लेकिन जब डॉक्टरों की मांगें पूरी करने की बात आई तो उन्होंने कम दिलचस्पी दिखाई। डॉक्टरों की संविदा नियुक्ति को लेकर अभी कड़ा फैसला लेना बाकी है। पता चला है कि ओएमएसए ने पहले 16 जनवरी, 2023 को हड़ताल शुरू करने का फैसला किया था। चूंकि ओडिशा 13 जनवरी से शुरू होने वाले हॉकी विश्व कप की मेजबानी कर रहा है, इसलिए संघ ने हड़ताल को स्थगित करने और इसे 1 फरवरी को फिर से शुरू करने का फैसला किया है।