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पुलिस और नव निर्माण कृषक संगठन के प्रदर्शनकारी सदस्यों के बीच जमकर हाथापाई
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धान की खरीद में अनियमितताओं का आरोप
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धान लेकर नवीन निवास के घेराव का प्रयास विफल
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सुरक्षाकर्मियों ने सभी प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया
भुवनेश्वर। राजधानी भुवनेश्वर में आंदोलन कर रहे नव निर्माण कृषक संगठन का आंदोलन स्थल आज रणक्षेत्र बन गया। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के आधिकारिक आवास नवीन निवास के पास प्रदर्शन के दौरान पुलिसकर्मियों और प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर हाथापाई हुई। पुलिस और नव निर्माण कृषक संगठन के सदस्यों के बीच हाथापाई के कारण वहां तनाव फैल गया। किसान अपनी विभिन्न मांगों को लेकर राजधानी की सड़कों पर उतरे थे।
सैकड़ों आंदोलनकारी किसानों ने धान खरीद में विभिन्न अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने के लिए नवीन निवास की ओर मार्च करने लगे और अपने साथ लाये धान वहां डंप करने की कोशिश करने लगे। इस दौरान सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन आंदोलन पर उतरे किसान नहीं माने। नवीन आवास की ओर बढ़ने की कोशिश करते रहे। इस दौरान सुरक्षाकर्मियों के साथ हाथापाई की नौबत आ गयी। सुरक्षाकर्मियों ने सभी प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया और घंटों के विरोध प्रदर्शन के बाद स्थिति को नियंत्रित करने में कामयाब रहे।
नवीन की किसान विरोधी नीतियों की निंदा
प्रदर्शनकारी किसानों ने नवीन सरकार की कथित किसान विरोधी नीतियों की निंदा की। उन्होंने नवीन के नेतृत्व वाली सरकार पर किसानों के मुद्दों को हल करने में बुरी तरह विफल रहने का आरोप लगाया और कहा कि सरकार किसानों की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है।
मुफ्त अनाज वितरण मुंह बंद कराने के लिए
एक प्रदर्शनकारी किसान ने कहा कि राज्य सरकार केवल ओडिशा के युवाओं का ध्यान हटाने के लिए मुफ्त चावल देना और शराब की आसान उपलब्धता करना जानती है, ताकि सरकार की अक्षमता पर कोई सवाल न उठा सके। कोई मुंह नहीं खोल सके। किसानों के विभिन्न मुद्दों को हल करने के लिए सरकार की ईमानदारी की कमी राज्य को आगे नहीं ले जाएगी।
किसान आंदोलन दबाने की कोशिश
एक अन्य किसान ने आरोप लगाया कि वे हमें गिरफ्तार कर रहे हैं। यह फासीवादी सरकार हमारी मांगों को पूरा करने के बजाय, हमें गिरफ्तार कर रही है। वे किसान आंदोलन को दबाने की कोशिश कर रहे हैं। यह पूर्ण फासीवादी सरकार है।