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सिर्फ नियमों का पालन कर कोरोना के नये वैरिएंट को दूर रखें
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ओमिक्रॉन सबवेरिएंट बीएफ.7 अभी तक चीन के सभी 14 सीमावर्ती देशों में नहीं फैला
भुवनेश्वर। कोरोना के नये वैरिएंट ओमिक्रॉन सबवेरिएंट बीएफ.7 को दूर रखने का सबसे अच्छा तरीका कोविद-19 नियमों का सही पालन करना ही है। सिर्फ नियमों के पालन से हम इसके संक्रमण से बच सकते हैं। वर्तमान परिस्थितियों में मास्क का उपयोग, सामाजिक दूरी और हाथों की सफाई हमें सुरक्षित रखेगी। ये बातें विख्यात चिकित्सक और चिकित्सा शिक्षा तथा प्रशिक्षण (डीएमईटी) के पूर्व निदेशक सीबीके मोहंती ने कहीं। उन्होंने कहा कि कुछ अन्य देशों में ओमिक्रॉन सबवैरिएंट बीएफ.7 मामलों की गंभीरता बनी हुई और इन दिनों चीन में संक्रमण उछाल देखने को मिल रहा है। इस घातक वायरस को खाड़ी में रखने का एक आदर्श तरीका है कोविद-19 उचित व्यवहार। उन्होंने कहा कि हमें घबराने की कोई जरूरत नहीं है, लेकिन हम सभी को कोविद सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए। हमारी तैयारियां निश्चित रूप से वायरल संक्रमण के किसी भी प्रसार को रोकने में मदद करेगी। म्यूटेशन एक प्राकृतिक प्रक्रिया है और भविष्य में नए स्ट्रेन हमेशा हमारे सामने आएंगे। पिछले दिनों ओमिक्रोन सहित अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा वायरस कई देशों में हानिकारक साबित हुए हैं। इसी तरह कैलिफोर्निया में एप्सिलॉन वेरिएंट और पेरू में लैम्ब्डा वेरिएंट ने कुछ महीनों के लिए कहर बरपाया था। हालांकि, वायरल संक्रमण दुनिया के अन्य हिस्सों में नहीं फैला। कुछ ऐसा ही इस बार भी देखने को मिल रहा है। ओमिक्रॉन सबवेरिएंट बीएफ.7 अभी तक चीन के सभी 14 सीमावर्ती देशों में नहीं फैला है और छह देशों में शून्य घटनाएं हैं। हालांकि इतनी जल्दी भविष्यवाणी करना बहुत मुश्किल है कि नया सबवेरिएंट भारत में फैल सकता है या नहीं। पूर्व डीएमईटी ने कहा कि प्रयोगशाला स्थितियों में उनके व्यवहार की तुलना में कुछ कोविद वैरिएंट्स ने अलग-अलग तरीके से व्यवहार किया है। इस साल 30 सितंबर को भारत में ओमिक्रॉन सबवैरिएंट बीएफ.7 का पहला मामला सामने आया था। यह आगे नहीं फैला और स्थिति को खराब नहीं किया। ओडिशा में टेस्ट पॉजिटिविटी रेट (टीपीआर) फिलहाल केवल 0.4 फीसदी है। नवंबर की शुरुआत से, दो अंकों में दैनिक मामले केवल दो दिनों में दर्ज किये गये थे। ओडिशा में आज तक कोविद-19 के सक्रिय मामले 41 हैं, जबकि राज्य में कुल आबादी 4.40 करोड़ है। मोहंती ने कहा कि भीड़ में वायरस फैलता है। इसलिए वर्तमान परिस्थितियों में मास्क का उपयोग, सामाजिक दूरी और हाथों की सफाई हमें सुरक्षित रखेगी।