-
मौसम विभाग ने जतायी संभावना
भुवनेश्वर। अगले 24 घंटे के दौरान दक्षिण पूर्व अरब सागर के ऊपर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। यह जानकारी आज यहां भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने दी है। मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर केरल और कर्नाटक के तटों पर पूर्वी मध्य और उससे सटे दक्षिण पूर्व अरब सागर के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने के दो दिन बाद कल (15 दिसंबर) तक एक और कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है।
मौसम विभाग ने बताया कि दक्षिण अंडमान सागर और इससे सटे मलक्का जलडमरू तथा सुमात्रा से औसत समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। इसके प्रभाव में कल सुबह 15 दिसंबर तक बंगाल की दक्षिण-पूर्वी खाड़ी और उससे सटे भूमध्यरेखीय हिंद महासागर के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। इसके धीरे-धीरे पश्चिम की ओर श्रीलंका तट की ओर बढ़ने की संभावना है।
चक्रवात के रूप धरने के बाद इसके धीरे-धीरे पश्चिम की ओर श्रीलंका तट की ओर बढ़ने की संभावना है। इसके प्रभाव में 15 दिसंबर को निकोबार द्वीप समूह में काफी व्यापक वर्षा के साथ कुछ स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है।
मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह
मौसम विभाग ने मछुआरों को कल तक अंडमान सागर, 16 दिसंबर तक दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी, 17 दिसंबर को बंगाल की खाड़ी के मध्य भाग और श्रीलंका के तट से सटे दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी और 18 दिसंबत तक मन्ना की खाड़ी में नहीं जाने की सलाह दी है।
दूसरी ओर, पूर्व-मध्य और इससे सटे दक्षिण-पूर्वी अरब सागर के ऊपर एक सुचिह्नित निम्न स्तर बना हुआ है। आईएमडी ने कहा कि इसके भारतीय तट से उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और 15 दिसंबर की सुबह तक पूर्व-मध्य अरब सागर पर एक दबाव में केंद्रित होने की बहुत संभावना है।
तापमान में आयेगी गिरावट
तापमान के बारे में जानकारी साझा करते हुए आईएमडी ने कहा कि अगले 2 दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में 2-4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आयेगी। उसके बाद कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं होने की संभावना है। अगले 2-3 दिनों के दौरान मध्य भारत के न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है और उसके बाद कोई खास बदलाव नहीं होगा।
अगले 24 घंटों के दौरान पूर्वी भारत में न्यूनतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं होने की संभावना है और उसके बाद 2-4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट होगी। अगले 4-5 दिनों के दौरान देश के बाकी हिस्सों में न्यूनतम तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होने की संभावना है।