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मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने जताया शोक
भुवनेश्वर। ओडिशा के विशिष्ट तबला बादक पंडित उमेश चंद्र कर नहीं रहे। भुवनेश्वर के एक निजी अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। वे 72 वर्ष के थे। उनके निधन से ओडिशा के शास्त्रीय तबला वादन के क्षेत्र में एक स्थान रिक्त हो गया है।
भारतीय शास्त्रीय तबला बादन के लिए वह राष्ट्रीय़ स्तर पर प्रसिद्ध थे। वह भुवनेश्वर स्थित उत्कल संगीत महाविद्यालय के प्रिंसिपल के रुप में भी कार्य कर चुके थे। साल 2010 में वह इस दायित्व से सेवानिवृत्त हुए थे। वह एक छात्र वत्सल वाद्य गुरु होने के साथ-साथ एक श्रेष्ठ कलाकार थे। उन्हें ओडिशा संगीत अकादमी, केन्द्र संगीत अकादमी से लेकर अनेक संगठनों से सम्मान प्राप्त हुआ था।
उनका जन्म पुरी के एक प्रसिद्ध कलाकार परिवार में हुआ था। उनके निधन से संगीत व कला जगत के साथ-साथ राज्य के गणमान्य लोगों ने शोक व्यक्त किया है।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने प्रख्यात तबला वादक पंडित उमेश चंद्र कार के निधन पर गुरुवार को दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कर को एक महान कलाकार बताया। उन्होंने कहा कि उनका जाना प्रदेश के कला उद्योग के लिए अपूरणीय क्षति है। पटनायक ने घोषणा की कि कर का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। उन्होंने शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की और दिवंगत आत्मा की चिर शांति के लिए प्रार्थना की।