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नकली सोना गिरवी रखकर लोन लेने में सात गिरफ्तार
सोनपुर। सरकारी बैंक से नकली सोना गिरवी रखकर 52.83 लाख रुपये उधार लेने के आरोप में सोनपुर पुलिस ने 7 लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में पिता-पुत्र और एक सोनार भी शामिल हैं। धोखाधड़ी के इस मामले में बैंक के पूर्व पीओ की भी भूमिका संदिग्ध है। यह फ्रॉड बैंक ऑफ बड़ौदा की सोनपुर शाखा में हुआ है।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान ईश्वर सराफ (58), उनके बेटे सुरेंद्र सराफ (27), अंजन सा (37), हजारू साहू (65) बिनिका थाना क्षेत्र के सिलती निवासी; डुंगरीपाली थाना अंतर्गत चेरूपाली के डक्टर सेठ (45); बरगढ़ जिले के भेदेन थाना क्षेत्र के रुशुडा निवासी रामचंद्र बनिया उर्फ राम (30) और सोनपुर के घोड़ाघाटपड़ा के सोनार जयनारायण महाराणा (63) के रूप में बतायी गयी है। बताया जाता है कि सोनार ने गिरवी रखे सोने की शुद्धता प्रमाणित की थी।
इधर, एक अन्य व्यक्ति रामकुमार मेहर (44) को कर्ज चुकाने के आरोप में गिरफ्तार किए जाने के बजाय सीआरपीसी की धारा 41 के तहत छोड़ दिया गया था।
यहां सोनपुर थाने में मीडियो को संबोधित करते हुए एसपी अमरेश पंडा ने कहा कि लगभग 10 लोगों ने नकली सोना गिरवी रखकर बैंक ऑफ बड़ौदा की स्थानीय शाखा से 52,83,0100 रुपये का कर्ज लिया था। दस लोगों ने नकली सोना गिरवी रखकर 65 बार कर्ज लिया था। इस साल 6 अगस्त को बैंक ऑफ बड़ौदा की सोनपुर शाखा के एक विशेष ऑडिट के दौरान धोखाधड़ी का खुलासा हुआ।
इसी तरह बैंक ऑफ बड़ौदा की सोनपुर शाखा के पूर्व पीओ सौम्य रंजन चोपदार की भूमिका भी संदेह के घेरे में आ गई है, जिन्होंने कर्ज मंजूर किया था। उन्हें भी जांच के दायरे में लाया गया है। पंडा ने बताया कि इस संबंध में जल्द ही उन्हें नोटिस दी जाएगी।
पंडा ने कहा कि इस मामले के अन्य तीन आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
बैंक ऑफ बड़ौदा, सोनपुर शाखा के वरिष्ठ शाखा प्रबंधक जगेश्वर सामल द्वारा लिखित शिकायत के आधार पर सोनपुर थाने में इस साल 3 दिसंबर को आईपीसी की धारा 420, 468, 471 और 120बी के तहत मामला दर्ज किया गया था।