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किसानों को राज्य सरकार ने हताश किया है – मोहन माझी
भुवनेश्वर। भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष भृगु बक्सीपात्र ने कहा कि 15 दिनों तक लगातार धरने के बाद भी राज्य सरकार ने किसानों के मुद्दे पर बात करना ठीक नहीं समझा। विधानसभा को ही बंद कर दिया। उन्होंने कहा कि इस कारण अब भारतीय जनता पार्टी किसानों के आंदोलन को राजधानी से जिले व प्रखंड स्तर पर ले जाएगी।
इधर, विपक्ष के मुख्य़ सचेतक मोहन माझी ने कहा कि बीजद सरकार ने राज्य के किसानों को हताश किया है। यह सरकार पूर्ण रूपे से किसान विरोधी सरकार है। विधानसभा के अंदर हो या फिर बाहर किसी फोरम पर बीजद सरकार किसानों को लेकर चर्चा के लिए तैयार न होकर इसे प्रमाणित कर दिया है।
उन्होंने कहा कि विधानसभा को 31 दिसंबर को समाप्त होना था, लेकिन किसानों के मुद्दे व अन्य मुद्दों से बचने के लिए राज्य सरकार ने काफी पहले दो दिसंबर को ही सदन को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया। राज्य सरकार ने विधानसभा से एक तरह का पलायन किया।
भाजपा ने किसानों के मुद्दे को जोरदार तरीके से और बार-बार उठाया। सूखा के बावजूद राज्य सरकार ने सूखाग्रस्त होने की घोषणा नहीं की। मंडी न खोलने समेत किसानों की अन्य समस्याओं को विधानसभा में उठाया गया था, लेकिन मुख्यमंत्री विधानसभा में नहीं आये। केवल इतना ही नहीं किसानों की इतनी बड़ी समस्याओं के बाद भी कृषि मंत्री नदारद रहे। वह किसानों के समस्याओं का समाधान करने के बजाय पद्मपुर में बीजद के प्रचार में लगे रहे। वित्त मंत्री, सिंचाई मंत्री, खाद्य आपूर्ति मंत्री आदि कृषि से जुडे मंत्री भी विधानसभा में रहने के बजाय पार्टी के लिए प्रचार करते रहे। भाजपा भुवनेश्वर में 16 दिनों से किसानों के मुद्दे पर लगातार धरना देती आ रही है।