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यात्रियों से संरक्षा संबंधी आधुनिकीकरण कार्यों में सहयोग की अपील
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अगले दो महीनों में कुछ ट्रेन के रद्दकरण की योजना
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यात्रियों को दी जाएगी अग्रिम सूचना
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आवश्यक मरम्मत कार्यों को टाला नहीं जा सकता
संरक्षा संबंधी आधुनिकीकरण कार्यों में पुराने पुलों की मरम्मत; लेवल क्रॉसिंग को परिवर्तित करके सीमित ऊंचाई वाले सब-वे (एलएचएस) की स्थापना; दोहरीकरण/तीसरी लाइन के कार्यों आदि को चालू करने के लिए पटरियों की इंटर लॉकिंग आदि शामिल हैं। ये सभी कार्य ट्रेन परिचालन में संरक्षा हेतु अत्यावश्यक हैं।
पूर्व तट रेलवे के महाप्रबंधक रूप नारायण सुनकर ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि इस दौरान यात्रियों को किसी भी तरह की असुविधा न हो। इसलिए ट्रेनों को कम से कम रद्द करने की योजना तैयार की जा रही है।
ट्रेनों के समय को पुनर्निर्धारित करने या उन्हें निकटतम बिंदुओं तक ले जाने के लिए अधिक से अधिक प्रयास किए जा रहे हैं, जिससे अधिक से अधिक लोग यात्रा कर सकें। इसे ट्रेनों का आंशिक रद्दकरण या शॉर्ट टर्मिनेशन भी कहा जाता है।
अगले दो महीनों में विभिन्न रेलवे सेक्शनों में संरक्षा संबंधी आधुनिकीकरण कार्यों की योजना बनाई गई है। रविवार को अनगुल-संबलपुर रेलवे सेक्शन में सीमित ऊंचाई वाले सब-वे और ट्रैक लिंकिंग कार्य की योजना बनाई गई है। इसी तरह गुरुवार को पलासा-विजयनगरम रेलवे सेक्शन में पुराने गर्डरों को बदलकर नए गर्डरों को लगाने की योजना बनाई गई है। इसके अलावा टिटिलागढ़-रायपुर रेल खंड में मंगलवार व शनिवार को भी संरक्षा संबंधी कार्यों की योजना बनाई गई है।
पूर्व तट रेलवे द्वारा यह अग्रिम योजना यात्रियों की सुविधा पर केंद्रित है। विभिन्न रेल खंडों में आधुनिकीकरण कार्यों का वितरण अलग-अलग दिनों में किया गया है। ताकि, कम से कम ट्रेनों को रद्द या आंशिक रूप से रद्द करना पड़े।
पूर्व तट रेलवे इस तरह की जानकारी पहले से ही उपलब्ध कराने पर काम कर रहा है, ताकि यात्री तदनुसार अपनी यात्रा की योजना बना सकें।