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सदन कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित
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केवल 8 दिन ही चल सका शीतकालीन सत्र
भुवनेश्वर। ओडिशा विधानसभा का शीतकालीन सत्र बीच में ही समाप्त हो गया। यह सत्र आगामी 31 दिसंबर को समाप्त होना था, लेकिन 2 दिसंबर को ही समाप्त हो गया। इस बार शीतकालीन सत्र केवल 8 दिन ही चल सका। विधानसभा में विनियोग बिल पारित होने के बाद सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। विधानसभा अध्यक्ष विक्रम केसरी आरुख ने सदन को अनिश्चित काल के लिए स्थगित करने की घोषणा की।
इस सत्र की खास बात यह रही है कि इसमें 2022-23 वित्तीय वर्ष के पूरक बजट को पारित किया गया। सत्र के पहले दिन 24 नवंबर को राज्य के वित्त मंत्री की अनुपस्थिति में पंचायतीराज मंत्री प्रदीप कुमार अमात ने सदन में पूरक बजट पेश किया। सत्र के पहले दिन छह दिवंगत विधायक व पूर्व विधायकों के लिए शोक प्रस्ताव पारित किया गया।
इस सत्र में किसानों के मुद्दे पर अनेक बार सदन को स्थगित करना पड़ा। सत्र के दूसरे दिन किसानो के मुद्दे पर विपक्ष के साथ-साथ सत्तापक्ष के विधायकों ने भी हंगामा किया।
विधानसभा सचिवालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस सत्र में 8 दिन कामकाज हुआ। प्रश्नकाल में कुल 14 प्रश्नों का उत्तर दिया गया। 38 डक्यूमेंट इस दौरान सदन में पेश किये गये। 10 वार्षिक रिपोर्ट व कमेटियों के दो रिपोर्टों के भी सदन के पटल पर रखा गया। तीन कार्यस्थगन प्रस्तावों पर चर्चा हो सकी।