शून्यकाल में इस मुद्दे को उठाते हुए वाहिनीपति ने कहा कि भुवनेश्वर में वर्तमान राज्य सरकार मेक-इन ओडिशा 2022 का आयोजन कर रही है। इसमें करोड़ों रुपये पानी की तरह बहाय़ा जा रहा है, लेकिन कोरापुट जिला उद्योग शून्य है। यहां केवल एक ही फैक्ट्री है और वह है कागज की फैक्ट्री, लेकिन इसकी हालत अच्छी नहीं है। यहां अनेक प्रकार की समस्याएं हैं। यहां काम करने वाले लोगों को वेतन ठीक से नहीं मिल रहा है। इसे कभी बंद कर दिया जाता है। इसलिए राज्य सरकार जब मेक इन ओडिशा कार्यक्रम कर रही है तब कोरापुट जिले के एक मात्र उद्योग को सही करने के लिए आवश्य़क कदम क्यों नहीं उठा रही है। उन्होंने इस मामले में राज्य सरकार से हस्तक्षेप की मांग को लेकर विधानसभा अध्यक्ष की सीट के नीचे धरना देने के लिए पहुंच गये। विधानसभा अध्यक्ष विक्रम केसरी आरुख ने उन्हें ऐसा न करने के लिए अनुरोध किया। फिर भी वे नहीं माने। इसके बाद सत्तारुढ़ पार्टी के मुख्य सचेतक प्रशांत मुदुली उनके पास जाकर समझाने बुझाया। इसके बाद वह अपनी सीट पर लौटे।
Check Also
In chat with PM Modi, Kohli reveals he was underconfident before final but…
After clinching the T20 World Cup title, the team on Thursday met Prime Minister Narendra …