मंगलाबाग के प्रभारी निरीक्षक सुशांशु भूषण जेना ने कहा कि उसके कब्जे से एक प्रमाण पत्र जब्त किया गया है। वह जांच में सहयोग नहीं कर रहा है। जेना ने आगे बताया कि आरोपी नायक पहले सफाई कर्मचारी था, लेकिन अब उसे जमादार के पद पर पदोन्नत कर दिया गया है। फर्जी सर्टिफिकेट की घटनाएं लंबे समय से ओडिशा को परेशान कर रही हैं। इस साल जनवरी में ओडिशा उच्च शिक्षा विभाग ने राज्यभर के सभी कॉलेजों के प्राचार्यों को प्रवेश पाने के लिए फर्जी विकलांगता प्रमाण पत्र जमा करने वाले छात्रों के खिलाफ स्थानीय पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया था।
हाल ही में भद्रक के एक कॉलेज में फर्जी विकलांगता प्रमाण पत्र जमा कर प्रवेश की रिपोर्ट सामने आने के बाद विभाग सचिव ने यह आदेश जारी किया था।
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