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जिला सूचना एचं जनसंपर्कअधिकारी अहपरण कांड का पर्दाफाश

  •  ड्राईवर एवं स्टोरकीपर समेत पांच गिरफ्तार

  •  प्रतिशोध की आग में ड्राईवर ने ही साजिश को दिया अंजाम

  •  रिमांड पर लिए जाएंगे आरोपी

  •  पुलिस ने जनसंपर्कअधिकारी को हरसंभव सुरक्षा देने का आश्वासन दिया

संबलपुर। जिला सूचना एवं जनसंपर्कअधिकारी  हेमंत नायक के अपहरण कांड का पर्दाफाश कर दिया गया है। जिला सूचना एंव जनसंपर्कअधिकारी कार्यालय  के ड्राईवर देवानंद रणबिड़ा (57) एवं स्टोरकीपर अश्विनी मालाकार (57) ने ही प्रतिशोधकी आग में जलकर अपहरण की इस वारदात को अंजाम दिया। अंतत: दोनों के इस साजिश  का पर्दाफाश हो गया और फिलहाल दोनों जेल के सलाखों के पीछे पहुंच गए हैं। शनिवारकी सुबह जिला पुलिस मुख्यालय में बुलाए गए प्रेसकांफे्रंस में एसपी डा.कनवर विशाल सिंह ने यह सनसनीखेज खुलासा किया है। उपस्थित पत्रकारों को जानकारी देते हुए श्री सिंह ने कहा कि संंबलपुर में अपना पदभार ग्रहण करने के एक या दो दिन बाद ही हेमंत नायक ने अपने ड्राईवर देवानंद रणबिड़ा को किसी बात पर कड़ा शब्द कह दिया था। इसके बाद से ही देवानंद प्रतिशोध की आग में जलने लगा था। उसने जिला सूचना एवं अधिकारी को सबक सिखाने की योजना बनाया और इसमें अपने ही कार्यालय के स्टोर कीपर अश्विनी मालाकार समेत तीन अन्य अपराधिकतत्वोंको इस साजिश में शामिल कर लिया। एसपी श्री सिंह ने बताया कि 28 फरवरी 2020को सूचना अधिकारी हेमंत नायक ट्रेन से संबलपुर रेलवे स्टेशन में उतरे। इसके बाद वे अपने सरकारी वाहन में ड्राईवर देवानंद के साथ अपने कार्यालय की ओर निकले। इस दौरान रास्ते में तीन अन्य अपराधिकतत्व जबरन उनकी कार में घूस आए। आते ही उन्होंने हेमंत नायक को संबलपुर में डियुटी ज्वायन न करनेकी धमकी दे डाली और तत्काल उन्हें संबलपुर से लौैट जाने को कहा। इस दौरान अपराधियों ने हेमंत से एक कागज पर हस्ताक्षर भी कराया और कहा कि यदि वे उनकी बात नहीं मानेंगे तो उन्हें जान से मार दिया जाएगा। अपराधियों ने इस दौरान श्री नायक को रिवाल्वर दिखाकर भयभीत भी किया। एसपी श्री सिंह ने कहा कि अपराधियों के रवैए से हेमंत नायक भयभीत हो गए और तत्काल भुवनेश्वर रवाना हो गए। वहां से उन्होंने डीएम शुभम सक्सेना को मैसेज के माध्यम से इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी दिया। डीएम ने उस मैसेज को एसपी को फारवर्डकर दिया। एसपी श्री सिंह ने बताया कि मामले की संगीनता को देखते हुए मामले की जांच हेतु एसडीपीओ सदर तपन महांति एवं टाउन थाना प्रभारी रमेशचंद्र दोराके नेतृत्व में पुलिस की दो टीमों का गठन किया गया। इसमें से एक टीम को भुवनेश्वर भेजा गया। वहां पर पुलिस की टीम ने हेमंत नायक से मुलाकात किया और इस पूरे घटनाक्रम की टोह लिया। जिसके तत्काल बाद 6 मार्च 2020को हेमंत नायक ने खेतराजपुर थाना में मामले की लिखित रिपोर्ट दर्जकरा दिया। एसपी ने बताया कि इसके बाद पुलिस हरकत में आई और जनसंपर्कअधिकारीके ड्राईवर देवानंद रणबिड़ा, स्टोरकीपर अश्विनी मालाकार समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया। पांचों से जब सख्ती से पूछताछ किया गया तो उन्होंने सारी हकीकत बयान कर दिया। एसपी ने बताया कि जांच में बाधा न पैदा हो, इसलिए तीन अन्य आरोपियों का नाम गुप्त रखा जा रहा है। आरोपियों को पुन: रिमांड पर लेने का प्रयास किया जाएगा। जांच समाप्त होने के बाद कुछ और लोगों के पकड़े जाने की संभाावना है। जिसके बाद ही अन्य आरोपियों के नामोंको उजागरकिया जाएगा। गिरफ्तार आरोपियोंके खिलाफ भादविकी धारा 341, 294, 506, 507 एवं 120 बी तथा आम्र्स एक्टकी धारा 25/27के तहत अपराध कायम किया गया है और उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। प्रेसकांफे्रंस के दौरान एडीशनल एसपी अमरेश पंडा, एसडीपीओ सदर तपन महांति एवं टाउन थाना प्रभारी रमेशचंद्र दोरा समेत पुलिस के अन्य आला अधिकारी उपस्थित थे।

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