भुवनेश्वर। निम्न दबाव का क्षेत्र दक्षिण बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों और पड़ोस में एक अच्छी तरह से चिह्नित कम दबाव के क्षेत्र में तब्दील हो गया है। इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने के साथ-साथ और अगले 24 घंटों के दौरान धीरे-धीरे बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम में एक डिप्रेशन में तब्दील होने की संभावना है।
अगले तीन दिनों के दौरान इस सिस्टम के तमिलनाडु-पुडुचेरी और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों की ओर बढ़ने की संभावना है।
इसके प्रभाव से अगले 24 घंटे के दौरान उत्तरी तटीय तमिलनाडु-पुडुचेरी, कराईकल में अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा और अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है।
21 और 22 नवंबर को उत्तरी तटीय तमिलनाडु-पुडुचेरी, कराईकल और दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश और आसपास के रायलसीमा में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है।
23 नवंबर को उत्तरी तमिलनाडु-पुडुचेरी, कराईकल और दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश और छिटपुट स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है।
मौसम विभाग ने मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे आज से दक्षिण-पश्चिम और बंगाल की खाड़ी के दक्षिणपूर्व और पश्चिम मध्य के आस-पास के क्षेत्रों और श्रीलंका के तटों के साथ-साथ न जाएं। इसके साथ ही 20 से 22 नवंबर के दौरान दक्षिण पश्चिम और उससे सटे पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी और आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, पुडुचेनी, श्रीलंका के तटों से अंदर नहीं जायें। 21 और 22 नवंबर को मन्नार की खाड़ी और 23 नवंबर को दक्षिण पश्चिम और और आंध्र प्रदेश तथा उत्तरी तमिलनाडु के साथ उससे सटे पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी में नहीं जायें।
Check Also
बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना
भुवनेश्वर में सीजन में पहली बार पारा 16 डिग्री सेल्सियस से नीचे गिरा 27 से …