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मुख्य तौर पर तीन पार्टियों के बीच ही मुकाबले की संभावना
भुवनेश्वर। पद्मपुर उपचुनाव के लिए शुक्रवार को नामांकनपत्रों की जांच की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। इस विधानसभा सीट के लिए नामांकन पत्र भरने वाले 13 प्रत्याशियो में से दो प्रत्याशियों के नामांकन पत्र जांच के दौरान खारिज कर दिये गये। निर्दलीय प्रत्याशी जयंत थपा व देवव्रत सुनानी के नामांकन पत्र खारिज हो गये हैं। इसके साथ ही चुनावी मैदान में 11 प्रत्याशी बचे हैं। रिटर्निंग अधिकारी त्रिलोचन पात्र ने यह जानकारी दी।
पर्चा भरने के अंतिम दिन कल आठ निर्दलीय समेत कुल 13 उम्मीदवारों ने उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया था।
भाजपा की तरफ से पूर्व विधायक प्रदीप पुरोहित और कांग्रेस की तरफ से सत्य भूषण साहू ने उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया था।
दिवंगत विधायक विजय रंजन सिंह बरिहा की बड़ी बेटी वर्षारानी सिंह बरिहा ने बीजू जनता दल (बीजद) के उम्मीदवार के रूप में पर्चा दाखिल किया।
सूत्रों ने कहा कि जयंत थापा, शेषदेव साहू, वृंदावन पुरोहित, रेवती गिरि, उदित बोंदिया, देवर्चन नायक, गंगाधर साहा और देवव्रत सुनानी ने निर्दलीय उम्मीदवारों के रूप में नामांकन दाखिल किया था, लेकिन इनमें से जयंत थपा व देवव्रत सुनानी के नामांकन पत्र खारिज हो गये हैं। हालांकि माना जा रहा है कि मुकाबला तीन प्रमुख पार्टियों के उम्मीदवारों के बीच होगा।
21 नवंबर नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि है। गौरतलब है कि मौजूदा विधायक विजय रंजन सिंह बरिहा का तीन अक्टूबर को निधन हो जाने के कारण उपचुनाव जरूरी हो गया है। बरिहा पद्मपुर विधानसभा क्षेत्र से 2019 में बीजद के टिकट पर निर्वाचित हुए थे।