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राज्य में उन्नत होंगी स्वास्थ्य सेवाएं
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चरणबद्ध तरीके से स्थापित होंगे 12 अनुमंडलीय अस्पताल, 20 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तथा 306 प्राथमिक स्वास्थ्य इकाई
भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार ने प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक उन्नत बनाने के लिए 338 अस्पतालों की स्थापना की घोषणा की है। राज्य में चरणबद्ध तरीके से 12 अनुमंडलीय अस्पताल (एसडीएच), 20 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) तथा 306 प्राथमिक स्वास्थ्य इकाइयां (पीएचसी) स्थापित किये जायेंगे। यह जानकारी राज्य सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग ने ट्विट कर दी है। बताया गया है कि स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करने के लिए जिलों में स्थापित किये जाने वाले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दो श्रेणियों के होंगे। पहला डे-केयर पीएचसी और 24×7 पीएचसी। डे-केयर पीएचसी में दो ऑब्जर्वेशन बेड होंगे, जबकि 24 घंटे सुविधा वाले पीएचसी में छह बेड होंगे।
आईपीएचएस दिशानिर्देशों के मद्देनजर लिया गया निर्णय
बताया गया है कि भारतीय सार्वजनिक स्वास्थ्य मानकों (आईपीएचएस) दिशानिर्देशों के मद्देनजर यह निर्णय लिया गया है। मौजूदा कार्यक्रमों के बदलते प्रोटोकॉल और विशेष रूप से गैर-संचारी रोगों (एनसीडी) के लिए नये कार्यक्रमों के कार्यान्वयन को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य सेवा वितरण की गुणवत्ता में सुधार के लिए हाल ही में दिशानिर्देशों को जारी किया गया था।
प्रति 1,000 जनसंख्या पर एक बेड
आईपीएचएस की प्रमुख सिफारिशों में से एक सिफारिश यह है कि प्रति 1,000 जनसंख्या पर स्वीकृत बिस्तरों की संख्या को एक बिस्तर तक बढ़ा जाये। इसके साथ ही समान श्रेणियों की सुविधाओं के लिए स्वीकृत बिस्तरों की एकरूपता है। हालांकि अभी ओडिशा में 1,000 की आबादी पर 0.34 बिस्तर हैं।
अपग्रेड होंगे सीएचसी
स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने कहा कि 377 सीएचसी में से आधे से ज्यादा को फर्स्ट रेफरल यूनिट (एफआरयू) माना जायेगा। इसके साथ ही गैर-एफआरयू सीएचसी को 30-बेड वाले अस्पतालों के रूप में अपग्रेड किया जायेगा। जिनके पास 35 या उससे अधिक के बेड स्वीकृत हैं, उन्हें 50-बेड वाले सीएचसी के रूप में अपग्रेड किया जायेगा।
एसडीएच और डीएचएच में बढ़ेगी बेडों की संख्या
इसी तरह से एसडीएच 100 बिस्तरों का होगा। इसके साथ ही जिला मुख्यालय अस्पतालों (डीएचएच) में बिस्तरों की संख्या आईपीएचएस मानदंड के अनुसार बढ़ाई जायेगी। डीएचएच में 20 से 30 लाख की आबादी वाले जिलों में कम से कम 500 बेड, 10 से 20 लाख की आबादी वाले जिलों में 400 बेड, पांच से 10 लाख की आबादी वाले जिलों में 300 बेड होंगे। छह या अधिक बिस्तरों वाले 49 अन्य अस्पतालों में से नौ को पीएचसी (डे केयर) और 40 को पीएचसी (24×7) के रूप में वर्गीकृत किया जायेगा।