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कहा-परिवार के सदस्यों ने कुछ भी नहीं लगाया है आरोप
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विपक्षी दलों के कहने का कोई परवाह नहीं
भुवनेश्वर। बीजद नेता तथा जिला परिषद सदस्य धर्मेंद्र साहू की मौत के मामले में विपक्षी दल भाजपा के लगाये गये आरोपों के बाद आज स्कूल और जनशिक्षा मंत्री समीर रंजन दाश ने अपनी चुप्पी तोड़ी। सोमवार को उन्हें कहा कि मुझे इस बात की परवाह नहीं है कि विपक्षी दल ऐसे समय में क्या कह रहा है। अब तक साहू के परिवार ने कुछ नहीं कहा है। में खिलाफ एक भी शब्द परिवार के सदस्यों ने नहीं कहा है।
मंत्री दाश ने कहा कि मैं स्तब्ध हूं, क्योंकि यह घटना मेरे जिला परिषद क्षेत्र के अंतर्गत हुई है, लेकिन मुझे ऊपर लगे आरोपों की जानकारी नहीं है। उनके परिवार की ओर से अभी तक ऐसा कुछ नहीं आया है। मैं विपक्षी दल द्वारा लगाये गये आरोपों पर अपनी टिप्पणी देना उचित नहीं समझता।
दम घुटने से हुई धर्मेंद्र साहू की मौत
बीजू जनता दल (बीजद) के नेता व जिला परिषद के सदस्य धर्मेंद्र साहू की मौत की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गयी है। रिपोर्ट से पता चलता है कि दम घुटने से उनकी मौत हुई।
रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि शरीर पर चोट के निशान नहीं थे। उल्लेखनीय है कि भुवनेश्वर के बाहरी इलाके में शिशुपालगढ़ इलाके में उनके आवास में उनका शव 24 सितंबर को घर की बालकनी से लटकता हुआ मिला था।
भाजपा ने शिक्षा मंत्री पर लगाया था आरोप
साहू की मौत के बाद विपक्षी दल भाजपा और कांग्रेस ने मामले में स्कूल और जनशिक्षा मंत्री समीर रंजन दाश की संलिप्तता का आरोप लगाया था। उन्होंने यह भी मांग की कि दाश को इस्तीफा देना चाहिए और उन्हें जांच के दायरे में लाया जाना चाहिए। इधर, पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को जब्त कर लिया है और मृतक बीजद नेता के दो मोबाइल फोन जांच के लिए फॉरेंसिक प्रयोगशाला भेज दिया हैं। उन्होंने शिशुपालगढ़ क्षेत्र के लक्ष्मी विहार स्थित इमारत की पहली मंजिल पर रहने वाली उनकी पत्नी, परिवार के सदस्यों और रसोइया से भी पूछताछ की है।