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जांच कारणों से नाम नहीं हुआ है सार्वजनिक
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बिहार में विभिन्न ठिकानों पर कमिश्नरेट पुलिस की छापेमारी जारी
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बहुत जल्द ही सबकुछ खुलासा होने की उम्मीद
कटक। नकली दवा के मामले की जांच में जुटी भुवनेश्वर-कटक कमिश्नरेट पुलिस की विशेष टीम ने मुख्य आरोपियों की पहचान कर ली है। हालांकि मुख्य आरोपियों की पहचान जांच कारणों से गुप्त रखी गयी है। जांच में जुटी विशेष टीम बिहार के गया में नकली ड्रग्स बिक्री मामले में आगे की जांच के लिए गई है और वहां स्थानीय पुलिस की मदद से छापेमारी की जा रही है। यह जानकारी देते हुए कटक के डीसीपी पिनाक मिश्र ने कहा कि मामले में महत्वपूर्ण घटनाक्रम हुआ है और इसकी जांच की जा रही है। गया पुलिस की मदद से कमिश्नरेट पुलिस की विशेष टीम विभिन्न जगहों पर छापेमारी कर रही है। आरोपी व्यक्तियों की पहचान कर ली गई है, लेकिन अधिक जांच की जा रही है। साथ ही यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि ये दवाएं कहां से खरीदी गईं। आगे की जांच निष्कर्षों पर निर्भर करती है।
उल्लेखनीय है कि ड्रग्स नियंत्रण निदेशालय (डीडीसी) ने कटक में उच्च रक्तचाप और पुरानी हृदय रोगों के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली नकली दवाओं टेल्मा एएम और टेल्मा-40 का भारी स्टॉक जब्त किया था।
इस संबंध में एक शिकायत दर्ज होने के बाद पुरीघाट पुलिस ने दो दवा वितरक राहुल कुमार क्याल (27) और संजय कुमार जालान (52) को नकली दवाओं की बिक्री के मामले में गिरफ्तार किया। इसके बाद जांच के लिए एक विशेष टीम गठित की गयी और उसे बिहार के गया जिला में भेजा गया। इसके साथ ही ओडिशा के प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग, निकुंज बिहारी धल ने भी बिहार सरकार में अपने समकक्ष, अतिरिक्त मुख्य सचिव, स्वास्थ्य विभाग, प्रत्यय अमृत को जांच में सहयोग देने के लिए पत्र लिखा है।