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दो दशक में उत्पादन मूल्य में लगभग 10 गुना की वृद्धि
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2020-21 में 10,825 करोड़ का हुआ उत्पादन
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सकल राज्य घरेलू उत्पाद में 2.4 प्रतिशत का योगदान
भुवनेश्वर। मछली उत्पादन के मामले में ओडिशा ने एक लंबी छलांग लगायी है और अब यह देश में चौथे स्थान पर पहुंच गया है। बताया जाता है कि दो दशकों में इसके उत्पादन मूल्य में लगभग 10 गुना की वृद्धि देखने को मिली है। राज्य में सालाना 2.60 लाख मीट्रिक टन की तुलना में पिछले दो दशकों में मछली उत्पादन 2021-22 में बढ़कर 9.91 लाख मीट्रिक टन हो गया है। इससे यह राज्य देश में मछली उत्पादन के मामले में चौथे स्थान पर अपना कब्जा जमा लिया है।
इसकी जानकारी देते हुए राज्य सरकार के मत्स्य पालन एवं पशु संसाधन विकास मंत्री रणेंद्र प्रताप स्वाईं ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा मछली पालन के लिए अनुकूल नीति लागू करने, नवीनतम तकनीक के उपयोग, मछली की उन्नत किस्मों की खेती और मछली के चारे के उपयोग के कारण यह उल्लेखनीय वृद्धि हासिल हुई है।
वह बतौर मुख्य अतिथि एसोचैम द्वारा आयोजित एक वेबिनार ‘फिश फार्मिंग इन इंडिया एंड स्ट्रेंथनिंग ऑफ मरीन फूड प्रोसेसिंग’ को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि साल 2000-01 में राज्य में मछली उत्पादन 1,047 करोड़ रुपये था, लेकिन इसमें और लगभग 10 गुना की वृद्धि हुई है। साल 2020-21 में यह आंकड़ा 10,825 करोड़ रुपये रुपये तक पहुंच गया है।
स्वाईं ने कहा कि मत्स्य पालन क्षेत्र अब सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) का 2.4 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि खारे पानी के झींगा उत्पादन में भी लगभग छह गुना वृद्धि हुई है।