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प्रमुख सड़कें और निचले इलाके हुए जलमग्न
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10,000 से अधिक लोगों को 100 से अधिक आश्रयों में स्थानांतरित किया गया
बालेश्वर। सुवर्णरेखा नदी में आयी बाढ़ के कारण बालेश्वर में बलियापाल प्रखंड की सात पंचायतों के 35 से अधिक गांव प्रभावित हुए हैं। निचले इलाकों में जलजमाव के कारण लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। जिले की प्रमुख सड़कें जलमग्न हो गई हैं, जिससे वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई है।
आज सुबह पारुलिया में बाढ़ का पानी सड़क से तीन फीट ऊपर बह रहा था। एक माल लदा पिकअप ऑटो रिक्शा पानी में फंस गया था। स्थानीय लोगों की मदद से इसे बाहर निकाला गया।
इस बीच बाढ़ प्रभावित इलाकों में रहने वाले लोगों को बाढ़ आश्रय स्थलों में रखा गया है। 10,000 से अधिक लोगों को 100 से अधिक आश्रयों में स्थानांतरित कर दिया गया है और उन्हें पका हुआ भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है।
आज दोपहर 12 बजे तक जमशोलाघाट में सुवर्णरेखा खतरे के निशान 49.15 मीटर की तुलना में 49.72 मीटर और राजघाट पर 11.88 मीटर पर 10.36 मीटर के खतरे के स्तर पर बह रही थी. दोनों जगहों पर यह गिरावट के रुख पर था।
स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशंस सेंटर (एसईओसी) द्वारा साझा किये गये आंकड़ों के अनुसार, आज दोपहर 12 बजे हीराकुंड बांध जलाशय में जल स्तर 622.27 फीट था। इनफ्लो 2,24,303 क्यूसेक था और आउटफ्लो 97,269 क्यूसेक चार गेटों से हुआ था।
वहीं, खैरमल में 2.95 लाख क्यूसेक, बरमूल में 3.92 लाख क्यूसेक और मुंडली में 5.42 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया।