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बालेश्वर तथा मयूरभंज में तटबंधों पर गश्त जारी रखने के निर्देश
भुवनेश्वर। आज सुबह नौ बजे जमशहोलाघाट पर सुवर्णरेखा नदी खतरे के निशान से ऊपर 52.88 मीटर की ऊंचाई पर बह रही थी। इसी तरह आनंदपुर और अखुआपड़ा में बैतरणी नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी।
एसआरसी ने दो बालेश्वर तथा मयूरभंज जिलों के जिलाधिकारियों को निर्देश दिया कि तटबंधों पर गश्त जारी रखें और बाढ़ से लड़ने वाली सामग्री की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करें। जेना ने जिला प्रशासन को सभी पीआरआई, डब्ल्यूएसएचजी को शामिल करने और संभावित बाढ़ क्षेत्रों से अधिक से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर निकालने का निर्देश दिया है।
इस बीच, केंद्रापड़ा में अधिकारियों ने आज सुबह तटबंध, ब्राह्मणी, बैतरणी, खारश्रोता नदी प्रणालियों के निचले इलाकों का दौरा किया और तैयारियों का जायजा लिया।
बहते पानी की शक्ति को कम मत समझिए
राज्य के विशेष राहत आयुक्त ने आज लोगों से अपील की कि वे बहते पानी की शक्ति को कम नहीं समझें। उन्होंने कहा कि दोनों जिलों में संबंधित जिला प्रशासन बाढ़ की स्थिति को देखते हुए निकासी और अन्य संबंधित मुद्दों के लिए उचित कदम उठा रहे हैं। एसआरसी ने कहा कि ‘शून्य हताहत’ सुनिश्चित करने के लिए एक समन्वित प्रयास चल रहा है।