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मिशन शक्ति ने 30 लाख तिरंगे को बनाया

  •  निर्धारित समय पर राज्य सरकार का काम पूरा किया

भुवनेश्वर। आजादी की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर देशभर में ‘हर घर तिरंगा अभियान’ जोर पकड़ रहा है। 13 से 15 अगस्त 2022 तक घरों और संस्थानों के ऊपर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जा रहा है। यह मौका राज्य की महिला उद्यमियों के लिए एक बड़ा अवसर के रूप में उभरकर सामने आया है। ओडिशा में मिशन शक्ति सदस्यों की उद्यमशीलता क्षमताओं और स्थापित व्यापक सिलाई पारिस्थितिकी तंत्र पर भरोसा करते हुए राज्य सरकार ने राज्यभर में मिशन शक्ति एसएचजी और पीजी को 30 लाख झंडे बनाने का काम सौंपा था। मिशन शक्ति ने इस लक्ष्य को हासिल कर लिया है तथा इसकी आपूर्ति कर दी गयी है।
मिशन शक्ति निर्माता एसएचजी के एक प्रतिनिधि समूह ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मुलाकात की और उन्हें विश्वास व्यक्त करने और उन्हें 30 लाख राष्ट्रीय ध्वज तैयार करने का काम सौंपने के लिए आभार के प्रतीक के रूप में एक हस्तनिर्मित तिरंगा भेंट किया।
कल 76वां स्वतंत्रता दिवस पर लाखों घरों के साथ-साथ सरकारी और निजी संस्थानों/प्रतिष्ठानों पर तिरंगा फहराया जायेगा।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के दूरदर्शी नेतृत्व में मिशन शक्ति ओडिशा में महिला सशक्तिकरण की प्रतिबद्धता को मजबूत करने में महत्वपूर्ण रहा है।
राज्य में सबसे सफल कार्यक्रमों में से एक के रूप में बढ़ते हुए इस पहल ने 70 लाख महिलाओं को 6 लाख से अधिक स्वयं सहायता समूहों में संगठित करने में कामयाबी हासिल की है।
इन वर्षों में इन समूहों ने कई गतिविधियां शुरू की हैं। अपनी सामाजिक आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के साथ-साथ सरकार की असंख्य पहलों को मजबूत करने में योगदान दिया है।
पिछले साल एक ऐतिहासिक कदम में ओडिशा सरकार ने सभी एसएचजी-केंद्रित सरकारी पहलों में तालमेल लाने के लिए मिशन शक्ति के एक समर्पित विभाग की स्थापना की थी। जमीनी स्तर पर लाखों महिलाओं की भागीदारी को मजबूत किया। महिला स्वयं सहायता समूहों के लिए स्थायी आजीविका के अवसर सृजित हुआ।
झंडा बनाने में लगे सभी समूहों को मिशन शक्ति विभाग की मदद से कुशल रूप से प्रशिक्षित किया गया है और बड़े पैमाने पर और स्वतंत्र स्तर पर सिलाई इकाइयों को चलाने में अत्यधिक अनुभवी हैं। गुणवत्ता के साथ किसी भी प्रकार के समझौते से बचने के लिए राज्य भर के समूहों द्वारा औद्योगिक-गुणवत्ता वाली सिलाई मशीनों का उपयोग किया गया था।
राज्य के 22 जिलों के लगभग 500 एसएचजी, पीजी के 10,000 से अधिक सदस्य 13-15 अगस्त तक 30 लाख तिरंगे फहराने के लिए प्रतिबद्ध हैं। प्रति दिन औसतन 3.5 से 4 लाख झंडे की दर से इस प्रयास को पूरा करने के लिए सूचीबद्ध मिशन शक्ति सदस्यों ने समय पर अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में कामयाबी हासिल की है। 10 अगस्त को तैयार तिरंगे की अंतिम खेप संबंधित जिलों द्वारा खरीदी गई। ओडिशा के लिए अद्वितीय झंडे की कीमत राज्य सरकार द्वारा वहन की जा रही है और लोगों को तिरंगा मुफ्त में दिया जा रहा है।

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