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नुआपड़ा में जोंक नदी पर एक पुल टूटा
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बालेश्वर में पुल का एक हिस्सा ढहा
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संबलपुर-बरगढ़ राजमार्ग पर यातायात बाधित
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कंधमाल में भूस्खलन में फंसे विधायक और अन्य लोग
भुवनेश्वर। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव के क्षेत्र के गठन के बाद से शुरू हुई भारी बारिश ने पूरे ओडिशा में सामान्य जीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। अधिकांश निचले इलाकों में जलजमाव की समस्या देखने को मिली है। खेतों में पानी भर गया है। कच्ची सड़कों तथा एक-दो स्थानों पर पुलिया को नुकसान पहुंचने की खबर है।
नुआपड़ा जिले में बारिश के कारण जोंक नदी पर एक पुल टूट गया। इससे वाहनों की आवाजाही बाधित हुई है।
मूसलाधार बारिश के कारण बालेश्वर जिले में नीलगिरि-कप्तीपाड़ा रोड पर टंगणा बांध का पुल का एक हिस्सा धंस गया है। बालेश्वर और मयूरभंज जिलों को जोड़ने वाला पुल खतरनाक स्थिति में है। 40 फीट लंबे पुल पर दो बड़े गड्ढे बन गये हैं। इससे पुल के दोनों ओर संचार ठप हो गया है।
इसकी सूचना मिलने पर नीलगिरि के उपजिलाधिकारी और लोक निर्माण विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और उस मार्ग पर संचार बहाल करने के लिए आवश्यक व्यवस्था की।
इसी तरह भारी बारिश के कारण हुए भूधंसान के बाद संबलपुर-बरगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात बाधित हो गया है।
कंधमाल जिले में भी भारी बारिश के बाद भूस्खलन की सूचना है। खजूरीपड़ा के पास गड़ियापड़ा घाटी पर कई पेड़ उखड़ गये हैं। इससे खजुरीपड़ा-माधापुर रोड पर वाहनों की आवाजाही बाधित हो गई है। इससे यात्रियों को काफी परेशानी हुई। खबर है कि फूलबाणी विधायक अंगद कन्हार सहित कई यात्री भूस्खलन के कारण सड़क पर फंस गये थे। बाद में लोक निर्माण विभाग के कर्मचारियों ने सड़क से मलबा और कंक्रीट को हटाया।
इसके अलावा, फूलबाणी-बौध रोड पर रानी पत्थर घाटी में भी भूस्खलन हुआ। इससे यात्रियों को असुविधा हुई। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने जेसीबी मशीन की मदद से सड़क से मलबा हटाया, जिसके बाद सड़क पर संचार बहाल हो गया।