भुवनेश्वर। अनुगूल जिले के सातकोशिया को रामसर साइट की मान्यता प्रदान किए जाने का केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि यह अत्यंत प्रसन्नता का विषय है। श्री प्रधान ने ट्वीट कर कहा कि इस वर्ष अनुगुल जिले के सातकोशिया समेत देश के कुल 10 कानों को रामसर साइट की मान्यता मिला है। यह अत्यंत प्रसन्नता की बात है। इससे पहले ओडिशा के चिलिका झील व भितरकनिका इलाके को यह मान्यता प्राप्त थी। वर्तमान में कुल देश के 64 इलाकों को रामसर रामसर साइट की मान्यता मिली है। उन्होंने कहा कि जैव विविधता के दृष्टि से साथ खुशियां काफी महत्वपूर्ण है और देश व विदेश के पर्यटकों को आकर्षित करता है। ऐसी मान्यता प्रदान किए जाने के बाद सातकोशिया में जैव विविधता की सुरक्षा के लिए कदम उठाए जाएंगे। इससे भारत सरकार की ओर से सहयोग मिलेगा और पर्यावरण परिस्थितिकी मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि पूरे देश में परिवेश पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा पर्यावरण पर्यटन व वन्य प्राणियों की सुरक्षा के प्रति ध्यान दे रहे है।
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