-
कृषि उत्पादों की मार्केटिंग व कोल्ड स्टोर का मुद्दा उठा
भुवनेश्वर. राज्य में उद्यान कृषि के मुद्दे पर आज विधानसभा में प्रश्नकाल में लंबे समय तक चर्चा की गई. विधायक तारा प्रसाद बाहिनीपति द्वारा इस संबंध में पूछे गए प्रश्न पर चर्चा में दोनों सत्ताधारी व विपक्ष के विधायकों ने शामिल होकर राज्य के राज्य में उद्यान कृषि को प्रोत्साहन देने के लिए राज्य सरकार को आवश्यक कदम उठाने की मांग की. साथ ही विधायकों ने किसानों के उपजों का कैसे सही रूप से मार्केटिंग हो सकेगा, इस पर भी ध्यान देने की मांग की. कृषि उपजों को अधिक समय तक रखने के लिए कोल्ड स्टोरेज की आवश्यक व्यवस्था किए जाने की भी विधायकों ने मांग की.
इसके उत्तर में कृषि मंत्री रणेन्द्र प्रताप स्वाईं ने कहा कि राज्य सरकार उद्यान कृषि पर विशेष ध्यान दे रही है. उद्यान कृषि को प्रोत्साहन देकर राज्य में किसानों के आय को बढ़ाया जा सकता है. उन्होंने बताया कि गत 10 वर्षों में किसानों को तीन करोड़ 64 लाख से अधिक पौधे उपलब्ध कराये गये हैं. इसी तरह राज्य सरकार किसानों के कृषि उपजों का उन्हें सही मूल्य मिले इस पर भी ध्यान दे रही है. इसके लिए राज्य सरकार ने 12 कंपनियों के साथ मार्केटिंग के लिए एमओयू किया है. उन्होंने कहा कि राज्य में वर्तमान में 131 कोल्ड स्टोर हैं, इसमें से 98 चल नहीं रहे हैं. अर्थात राज्य में 33 कोल्ड स्टोर चालू स्थिति में हैं. कृषि उपजों का सही रूप से भंडारण के लिए अधिक से अधिक कोल्ड स्टोरों की आवश्यकता को राज्य सरकार भली-भांति जानती है. इस कारण राज्य में कैसे अधिक से अधिक इस तरह के कोल्ड स्टोरेड बने इस पर ध्यान दे रही है. उन्होंने स्पष्ट किया कि कि अब राज्य सरकार प्रदेश में बड़े-बड़े कोल्ड स्टोरों का निर्माण नहीं करेगी, बल्कि छोटे-छोटे कोल्ड स्टोर का निर्माण किया जायेगा. स्वाईं ने कहा कि उद्यान कृषि के जरिए राज्य की पैदावार बढ़ रही है. 2015 से 2022 तक राज्य में फलों के उत्पादन में 17% की बढ़ोतरी हुई है, जबकि सब्जियों के उत्पादन में 9.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई.