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पिछले साल 5528.40 करोड़ रुपये का था आबकारी राजस्व
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शराब पर वैट के रुप में 2094 करोड़ रुपये एकत्रित किये गये
भुवनेश्वर. राज्य की आबकारी नीतियों के कारण आबकारी राजस्व ने पिछले तेरह वर्षों के दौरान लगातार वृद्धि हासिल की है. पिछले साल आबकारी राजस्व 5528.40 करोड़ रुपये का था तथा शराब पर वैट के रुप में 2094 करोड़ रुपये एकत्रित किये गये थे. यह जानकारी यहां एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में दी गयी है. बताया गया है कि 20 वर्षों की लंबी अवधि के बाद सभी पूर्व-स्वीकृत आईएमएफएल “ऑफ” और सीएल दुकानों को वर्ष 2021-22 में लॉटरी के माध्यम से नये सिरे से आवंटित किया गया था.
बताया गया है कि आबकारी कैडर को 1906 से 2210 तक जनशक्ति बढ़ाते हुए पुनर्गठित किया गया. इसके परिणामस्वरुप 30130 किग्रा गांजा, 11662.9 ग्राम ब्राउन शुगर और 7600 ग्राम अफीम रिकॉर्ड मात्रा को जब्त किया गया है. जब्त नशीले सामग्री को संरक्षित करने के लिए दस एनडीपीएस गोदामों को चालू कर दिया गया है. आबकारी प्रशासन और पुलिस ने 19774.63 एकड़ के कुल क्षेत्रफल में 3,29,14,032 भांग के पौधों को नष्ट कर दिया है. ई-आबकारी और ओडिशा स्टेट बेवरेजेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड (ओएसबीसीएल) ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से व्यवसाय करने में आसानी के लिए 30 गवर्नमेंट टू बिजनेस (जी2बी) ऑनलाइन प्रदान किये गये हैं. इनमें से 14 सेवाओं को ओडिशा लोक सेवा का अधिकार अधिनियम (ओआरटीपीएस अधिनियम) में शामिल किया गया है.
वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए कुल 158.2 करोड़ रुपये का बजट प्रस्तावित किया गया है, जिसमें से 40 करोड़ रुपये के पूंजीगत परिव्यय से आबकारी विभाग के तहत भौतिक बुनियादी ढांचे के निर्माण को बढ़ावा मिलेगा. प्रवर्तन गतिविधियों को मजबूत करने के लिए 4.5 करोड़ रुपये के प्रस्तावित व्यय के साथ वाहन सहायता प्रदान की गई है.