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स्वास्थ्य नहीं बता पाये निश्चित समयसीमा, कहा- यथाशीघ्र स्थापित होगा
भुवनेश्वर. राज्य में मेडिकल विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए एक्ट विधानसभा में पारित हो चुका है, लेकिन स्वास्थ्य मंत्री इसकी स्थापना कब तक होगी, इस बारे में कोई समय सीमा नहीं बता रहे हैं. इस कारण उनके उद्देश्य को लेकर सवाल उठना स्वाभविक है. अतः स्वास्थ्य मंत्री नव किशोर दास यह विश्वविद्यालय कब तक स्थापना होगी, इस बारे में समयसीमा को सदन में स्पष्ट करें. कांग्रेस व भाजपा के साथ-साथ सत्तारुढ़ पार्टी के विधायकों ने विधानसभा में यह मांग की. इतने विधायकों की मांग के बावजूद स्वास्थ्य मंत्री ने अपने उत्तर में इसके समयसीमा के बारे में कोई जानकारी नहीं दी. वह केवल यही कहते रहे कि यथाशीघ्र स्थापना की जाएगी. प्रश्नकाल में बीजद विधायक प्रफुल्ल सामल द्वारा इस संबंध में पूछे गये मूल प्रश्न पर चर्चा हो रही थी. कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्र ने कहा कि जब इस संबंधी एक्ट पारित हो चुका है, तो स्वास्थ्य मंत्री को इस विश्वविद्यालय की स्थापना की समयसीमा के बारे में अवगत कराना चाहिए. 2022 या 2023 या फिर कब तक इसकी स्थापना होगी, इस बारे में सदन को बताना चाहिए. कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्र के अलावा विपक्षके उप नेता विष्णु सेठी, नाउरी नायक, कांग्रेस विधायक मोहम्मद मुकीम एवं सत्तारुढ़ बीजद के विधायक डा नृसिंह साहू ने भी यह प्रश्न पूछ कर उनसे जवाब मांगा, लेकिन हर बार स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यथाशीघ्र विश्वविद्यालय की स्थापना होगी. उन्होंने अपने उत्तर में कहा कि इस संबंध में एक्ट पारित हो चुका है. अधिकारियों को भी नियुक्त किया जा चुका है. बजट में भी इसके लिए प्रावधान किया गया है. ऐसे में यथाशीघ्र ही विश्वविद्यालय की स्थापना होगी.