-
देश में एक लाख से अधिक हुए प्रभावितों में ओडिशा के लोग भी शामिल
-
और तीन चीनी नागरिकों पर लुकआउट सर्कुलर जारी
भुवनेश्वर. आर्थिक अपराध शाखा, भुवनेश्वर ने जांच के बाद खुलासा किया है कि अवैध चीनी लोन ऐप का नेटवर्क भारत के अलावा अन्य कई देशों में फैला हुआ है. देश में लगभग एक लाख लोग प्रभावित हुए हैं और इनमें ओडिशा के लोग भी शामिल हैं. आर्थिक अपराध शाखा मामले की गंभीरता से जांच को आगे बढ़ी रही है. आर्थिक अपराध शाखा के अनुरोध पर ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन (बीओआई) ने तीन चीनी नागरिकों के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी किया है. इनकी पहचान चीन के जिआंगसु निवासी शेन झेंहुआ उर्फ टोनी और क्वान होंगवेई उर्फ पॉल तथा सिचुआन निवासी यांग हैयिंग उर्फ डोरिस के रूप में बतायी गयी है. बताया गया है कि ये दूसरे अवैध ऋण ऐप मामले में मास्टरमाइंड और मुख्य आरोपी हैं. ईओडब्ल्यू ने कहा कि पूरे देश में क्रेडिट गोल्ड लोन एपीपी के एक लाख से अधिक पीड़ित हैं, जिनमें ओडिशा के कई लोग शामिल हैं. सबूत बताते हैं कि वे इंडोनेशिया, श्रीलंका, पाकिस्तान, नेपाल और बांग्लादेश देशों में इसी तरह के घोटाले चला रहे हैं. उनके संबंध संयुक्त राज्य अमेरिका और हांगकांग में भी हैं. वे अफ्रीकी और मध्य पूर्व के देशों में अपने वित्तीय आपराधिक नेटवर्क का विस्तार करने की प्रक्रिया में हैं. वे मुख्य रूप से “मैसर्स गुडस्टार्ट बिजनेस प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स राइटस्टार्ट बिजनेस प्राइवेट लिमिटेड” आदि नाम और स्टाइल वाली कई शेल कंपनियों के साथ भारत में काम करते हैं. भारतीयों को इन कंपनियों का निदेशक बनाया जाता है. वे मोबाइल कंपनियों के कुछ बेईमान अधिकारियों, चार्टर्ड एकाउंटेंट, कंपनी सचिव, फिनटेक कंपनियों, रिकवरी एजेंटों तथा कॉल सेंटर आदि की भी मदद लेते हैं.
सैकड़ों अवैध डिजिटल लोन एपीपीएस चला रहे हैं आरोपी
सबूत बताते हैं कि ये आरोपी कुछ अन्य चीनी समूहों के साथ सैकड़ों अवैध डिजिटल लोन एपीपीएस चला रहे हैं और मुख्य रूप से निम्न मध्यम वर्ग के लोगों से लाखों निर्दोष ऋणियों को जबरन वसूली, दुर्व्यवहार व मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं. इससे पहले इस मामले में ईओडब्ल्यू ने गुड स्टार्ट बिजनेस सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक नितिन मल्लिक को 13 जुलाई को नई दिल्ली के हरिनगर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी पर आरोपी को मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट, तीस-हजारी अदालत, नई दिल्ली की अदालत में पेश किया गया और एसडीजेएम, भुवनेश्वर के समक्ष पेश करने के लिए ट्रांजिट रिमांड पर भुवनेश्वर लाया गया. कोर्ट ने ईओडब्ल्यू को चार दिन की रिमांड दी है. नितिन मल्लिक चीनी आकाओं के करीबी सहयोगी और गुर्गा है. उसे भारी वेतन और कमीशन मिलता था.
आरोपियों के भारत प्रत्यर्पण के लिए होगा प्रयास
एजेंसी ने कहा कि ईओडब्ल्यू इन अपराधियों के भारत प्रत्यर्पण के लिए उचित माध्यम से इंटरपोल से संपर्क स्थापित करेगा और अन्य संबंधित देशों की कानून प्रवर्तन एजेंसियों को भी सतर्क करेगा. ईओडब्ल्यू ने अपने प्ले स्टोर से अवैध लोन एपीपी को हटाने के लिए गूगल को पहले ही दो बार लिखा है. एजेंसी ने आरबीआई से अनुरोध किया है कि वह अवैध ऋण एपीपी को जल्द से जल्द हटाने के लिए गूगल से कहे.