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मोटू क्षेत्र के लोगों के पुनर्वास के लिए तत्काल कदम उठाने की मांग
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बाढ़ के कारण मुर्गे पेड़ पर ले रहे हैं शरण
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राजमार्गों पर फंसे ट्रक चालक हुए परेशान
भुवनेश्वर. ओडिशा में जारी लगातार भारी बारिश के कारण जनजीवन बेहाल हो गया है. सबसे अधिक प्रभावित मालकानगिरि जिला हुआ है. यहां गोदावरी और अन्य नदियों में उफान के कारण कई गांव पानी में डूब गये हैं. लोगों ने इस बर्बादी के लिए पोलावरण परियोजना को जिम्मेदार ठहराया है. एक स्थानीय निवासी ने अपनी आपबीती सुनाते हुए मीडिया से कहा कि 30-40 से अधिक गाय बाढ़ के पानी में बह गई हैं. मुर्गे पेड़ों पर शरण ले रहे हैं. स्थिति इतनी विकट है कि हर दो घंटे में जलस्तर बढ़ रहा है.
एक ट्रक चालक ने अफसोस जताया कि हम में से बहुतों के पास भोजन, दवा, चावल या कुछ भी नहीं है. ट्रक चालकों में शुगर के मरीज ज्यादा हैं. हमें तत्काल मदद की जरूरत है.
अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट महेश्वर नायक ने कहा कि पड़ोसी आंध्र प्रदेश में गोदावरी नदी के बैकवाटर गांवों और खेतों में जलमग्न हो गये हैं. 80 से अधिक परिवार प्रभावित हुए हैं और 16 घर पानी में डूब गये हैं.
इसी तरह, पूर्व इंजीनियर रमेश चंद्र त्रिपाठी ने कहा कि पोलावरम परियोजना पर काम चल रहा है. परियोजना के अभी तक पूरा नहीं होने के कारण गेट खुले हैं. स्लुइस गेट खुले होने के बावजूद यहां बाढ़ आ गई है. कल्पना कीजिए कि परियोजना के पूरा होने और गेट बंद होने के बाद क्या स्थिति होगी. इसलिए सरकार को मोटू क्षेत्र के लोगों के पुनर्वास के लिए तत्काल कदम उठाने चाहिए.