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खुर्दा जिले के चार स्थानों पर 60 मिमी से अधिक बारिश दर्ज
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राजधानी भुवनेश्वर और कटक के निचले इलाकों में जलजमाव
भुवनेश्वर. तटीय ओडिशा तथा पड़ोस में कम दबाव के क्षेत्र और पिछले 24 घंटों में राज्यभर में मजबूत मानसून प्रवाह से हो रही भारी बारिश के कारण राज्यभर में जनजीवन प्रभावित हुआ है. अधिकांश निचले इलाकों में जलजमाव होने के कारण लोगों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है. आज सुबह साढ़े आठ बजे तक खुर्दा जिले में करीब चार स्थानों पर 60 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई थी. इसी तरह से राजधानी भुवनेश्वर और कटक में भारी बारिश हो रही है. भुवनेश्वर स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने कहा कि भारी बारिश के कारण निचले इलाकों में अस्थायी जलजमाव हो सकता है. कभी-कभी दृश्यता में कमी के कारण शहरी क्षेत्रों में यातायात प्रभावित हो सकता है.
भूस्खलन और भूधंसान की संभावना
मौसम विभाग ने कहा कि भारी बारिश से कमजोर पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन और भूधंसान की स्थिति उत्पन्न हो सकती है. कच्छी सड़कों को कुछ नुकसान हो सकता है.
मालकानगिरि में बाढ़ जैसे हालात
मालकानगिरि जिले के मोटू में बाढ़ जैसी स्थिति गंभीर बनी हुई है. पड़ोसी आंध्र प्रदेश में गोदावरी नदी के बैकवाटर में भारी बारिश के बाद राज्य के गांवों और खेतों में पानी भर जाने से जिले के कई हिस्से बाढ़ की चपेट में हैं. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, गोदावरी नदी का पानी मोटू ब्लॉक और उसकी सहायक नदियों सबरी और सिलेरू के किनारे कुछ अन्य स्थानों में प्रवेश कर गया है.
सबरी और सिलेरू नदियां उफान पर
सबरी और सिलेरू नदियां उफान पर होने के कारण बाढ़ का पानी मोटू तहसील में प्रवेश कर गया है. पुराने मोटू क्षेत्र के तीन गांव अब जलमग्न हो गये हैं. इसी तरह मोटू क्षेत्र के करीब 6 से 7 गांव भी बाढ़ के पानी में डूब गये हैं. प्रशासन की ओर से नावों की मदद से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है.
राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 326 जलमग्न
लगातार हो रही भारी बारिश के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग-326 पर पानी जम गया है. इससे मालकानगिरि से पड़ोसी राज्य आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ का सड़क संपर्क कट गया है. सूत्रों ने बताया कि गोदावरी नदी का जलस्तर भद्राचलम में 70 फीट तक पहुंच गया है.