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ओडिशा में सीएचएसई दसवीं बोर्ड बेटियों ने लहराया परचम

  •  पास दर 90.55 प्रतिशत, 5 लाख 17 हजार 947 पास, 8699 फेल

  •  2 लाख 56 हजार 877 छात्र पास, 2 लाख 60 हजार 970 छात्राएं पास

  •  11 से 25 जुलाई तक रीचेकिंग के लिए होगा आवेदन

भुवनेश्वर. ओडिशा में सीएचएसई दसवीं बोर्ड बेटियों ने अपना परचम लहराया है. बेटों की तुलना में बेटियों की पास दर अधिक है. आज सीएचएसई दसवीं बोर्ड के परिणाम घोषित कर दिये गये हैं. इस साल मैट्रिक की परीक्षा में पास दर 90.55 प्रतिशत रही है. 5 लाख 17 हजार 947 छात्र-छात्राओं को सफलता मिली है, जबकि 8699 छात्र-छात्राएं असफल रहे. छात्राएं छात्रों से आगे रही हैं. 2 लाख 60 हजार 970 छात्राएं जहां उत्तीर्ण हुए हैं, वहीं उत्तीर्ण होने वाले छात्रों की संख्या 2 लाख 56 हजार 877 है. ए-1 ग्रेड में कुल 8199 छात्र-छात्राओं को सफलता मिली है, जबकि ए-2 ग्रेड में 54899 छात्र-छात्राओं को सफलता मिली है. इसी तरह बी-1 ग्रेड में 1,20,203, बी-2 ग्रेड में 1,42,266 छात्र-छात्राओं को सफलता मिली है. सी ग्रेड में 1,16,111 तथा डी ग्रेड में 59,245, ई ग्रेड में 14,746 तथा एफ ग्रेड में 7790 छात्र-छात्राएं उत्तीर्ण हुए हैं. रिचेकिंग के लिए आगामी 11 जुलाई से 25 जुलाई तक आनलाइन के जरिये आवेदन किया जा सकता है.
उल्लेखनीय है कि गत 28 अप्रैल से 7 मई तक दसवीं बोर्ड की परीक्षाएं आय़ोजित की गई थी. पांच लाख से अधिक छात्र-छात्राएं इस परीक्षा में बैठे थे. 21 मई से कापियों का मूल्यांकन का कार्य 58 केन्द्रों पर शुरू किया गया था. इस साल मूल्यांकन के लिए नयी पद्धति अपनायी गई थी. इंटरनाल एसेसेमेंट, समेटिव एसेसमेंट-1, समेटिव एसेसमेंट-2 के वेटेज के आधार पर भी बच्चों का मूल्यांकन किया गया है.
1170 स्कूलों में सौ फीसदी बच्चे उत्तीर्ण
बुधवार को दोपहर एक बजे कटक स्थित माध्यमिक शिक्षा बोर्ड कार्यालय में दसवीं के नतीजे घोषित हुए. राज्य के विद्यालय व जनशिक्षा मंत्री समीर रंजन दाश ने विधिवत रुप से परिणामों की घोषणा की. उन्होंने बताया कि राज्य में कुल 1170 स्कूल ऐसे हैं, जहां के समस्त बच्चे उत्तीर्ण हुए हैं.
तीन स्कूल के सभी बच्चे फेल
राज्य में तीन स्कूल ऐसे हैं, जहां से एक भी बच्चा उत्तीर्ण नहीं हो सका है. मालकानगिरि जिले में 2 तथा अनुगूल जिले के एक विद्यालय में शून्य रिजाल्ट हुआ है. मालकानगिरि जिले में दो स्कूलों में कुल दो बच्चे पढ़ रहे थे तथा अनुगूल जिले में एक स्कूल में भी दो बच्चे पढ़ाई कर रहे थे.

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