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श्री जगन्नाथ, देव बलभद्र और देवी सुभद्रा के रथ श्रीमंदिर के समक्ष पहुंचे
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सुरक्षा को लेकर व्यवस्था चाक-चौबंद
पुरी. महाप्रभु श्री जगन्नाथ, देव बलभद्र और देवी सुभद्रा की विश्व विख्यात रथयात्रा की तैयारियां पूरी हो गयी हैं. तीनों रथ निर्धारित नीतियों के तहत आज निर्माण स्थल बड़दांड से श्रीमंदिर के समक्ष पहुंच गये हैं. कोरोना महामारी के कारण लगभग दो साल के बाद रथयात्रा में भक्तों को शामिल होने की अनुमति मिली है. प्रशासन को अनुमान है कि लगभग 10 लाख के आसपास भक्त पुरी पहुंचेंगे. संभावित भीड़ को देखते हुए सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था की गयी है. भक्तों की सुविखा के लिए रेलवे ने जहां अतिरिक्त ट्रेनें चलाने का फैसला लिया है, वहीं भुवनेश्वर से मो-बस की सेवा में भी बढ़ोतरी की गयी है. सरकार ने पुरी पहुंचने वाले सभी भक्तों से मास्क पहनने की अपील की है.
मंदिर प्रशासन के अनुसार, मंगलारती सुबह छह से शुरू होगी और अन्य विधियों को पूरा करने के बाद रथों की पूजा सुबह 9.00 बजे होगी. इसके बाद मंगलार्पण 9.15 बजे और पहंडी 9.30 बजे से शुरू होकर दोपहर 12.30 बजे तक चलेगी. इसके बाद कुछ नीतियों को पूरा करते हुए महाप्रभु श्री जगन्नाथ, देव बलभद्र और देवी सुभद्रा को सजाया जायेगा. पुरी के गजपति महाराज दिव्यसिंह देव तीनों पर दोपहर 2.30 बजे से 3.30 बजे तक छेरापहंरा करेंगे. इसके बाद घोड़ा और सारथी को सजाया जायेगा. सभी नीतियों को पूरा करने के बाद महाप्रभु श्री जगन्नाथ की रथयात्रा शाम 4.00 बजे से शुरू होगी और महाप्रभु अपने भाई और बहन के साथ भक्तों को सार्वजनिक दर्शन देते हुए मौसी के घऱ गुंडिचा मंदिर जायेंगे.