-
रथयात्रा के लिए मॉस्क अनिवार्य, कोरोना के लक्षण होने पर पुरी न जाएं
-
कोरोना के लक्षण वाले भक्तों को टेलीविजन पर रथयात्रा का प्रसारण देखने का सुझाव
-
पुरी रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और ग्रांड रोड पर लगेंगे स्वास्थ्य शिविर
भुवनेश्वर. ओडिशा में लगातार बढ़ रहे कोविद-19 के मामलों को देखते हुए पुरी में एक जुलाई को निकलने वाली रथयात्रा के लिए फेस मॉस्क अनिवार्य कर दिया गया है. साथ ही कोरोना के लक्षण वाले भक्तों को रथयात्रा में शामिल नहीं होने की अपील की गयी है.
राज्य के स्वास्थ्य निदेशक विजय महापात्र ने कहा कि रथयात्रा के दौरान पुरी में एक बड़ी भीड़ की उम्मीद है, क्योंकि दो साल के अंतराल के बाद भक्तों को इसमें शामिल होने की अनुमति मिली है. इस बीच राज्य में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ रहा है. इसलिए महाप्रभु श्री जगन्नाथ की रथयात्रा में शामिल लेने वाले सभी भक्तों के लिए मॉस्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है. साथ ही उन लोगों को सुझाव दिया जा रहा है कि जिनमें कोविद के लक्षण हैं, वे पुरी जाने के बजाय टेलीविजन पर रथयात्रा का सीधा प्रसारण देखें.
उन्होंने कहा कि रथयात्रा के लिए पुरी रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और ग्रांड रोड पर स्वास्थ्य शिविर लगाये जायेंगें. कोविद के लक्षण वाले रोगी उपचार के लिए स्वास्थ्य शिविरों में जाकर इलाज करा सकते हैं. उन्होंने लोगों से कोविद संक्रमण के प्रसार की जांच करने के लिए अधिक सतर्क रहने का आग्रह किया. इस बीच एक जुलाई को होने वाली रथयात्रा के लिए तैयारियां जोरों पर हैं. इस संबंध में राज्य सरकार ने पुरी जिला प्रशासन को त्योहार के दौरान कोविद के प्रकोप से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया है.
स्वास्थ्य सेवाएं तैयार रखने के निर्देश
पुरी में आने वाले श्रद्धालुओं की संभावित भीड़ को देखते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने जिलाधिकारी समर्थ वर्मा को कोविद केयर सेंटर, ऑक्सीजन सुविधाओं से युक्त बेड, आईसीयू और एचडीयू बेड तैयार रखने के निर्देश दिया है. इसके अलावा जिन लाभार्थियों को कोविद-19 टीकों की दूसरी और एहतियाती खुराक का टीका नहीं लगाया गया है, उन्हें पुरी के एक विशेष शिविर में टिके दिये जायेंगे.