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नहीं खुले बाजार, दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान
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कई संगठनों, राजनीतिक दलों और स्थानीय लोगों ने दिया बंद को समर्थन
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जिला पुलिस अधीक्षक को बर्खास्त या तबादला करने की मांग
बालेश्वर. जिले में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर कई संगठनों, राजनीतिक दल और स्थानीय लोगों के आह्वान पर आज बालेश्वर में 12 घंटे के बंद का असर देखने को मिला. बंद सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक मना. जानकारी के मुताबिक आज सुबह प्रदर्शनकारियों ने कई जगहों पर धरना दिया. शहर में सभी दुकानें, बाजार और निजी कार्यालय बंद कर दिये गये. वाहनों की आवाजाही प्रभावित रही. जाम के कारण सैकड़ों वाहन सड़क पर फंसे थे. यात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा. हालांकि, आपातकालीन सेवाएं अप्रभावित रहीं.
विभिन्न राजनीतिक दलों, कई ट्रेड यूनियनों, बार एसोसिएशन और अन्य सामाजिक संगठनों ने सुबह से शाम तक के बंद को अपना समर्थन दिया था. स्थानीय लोगों के साथ इन राजनीतिक दलों और संगठनों के सदस्य डकैती, हत्या, ड्रग्स की तस्करी, स्नैचिंग और लूट की घटनाओं में वृद्धि के साथ-साथ अपराधियों के खिलाफ पुलिस की निष्क्रियता को लेकर अपना विरोध जताया. प्रदर्शनकारियों ने शहर में अलग-अलग जगहों पर तख्तियां और बैनर लेकर प्रदर्शन किया. उन्होंने शहर के सभी प्रवेश बिंदुओं को भी अवरुद्ध कर दिया और जिले में बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति पर अपनी चिंता व्यक्त करने के लिए जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. उनका कहना है कि पुलिस की निष्क्रियता के कारण जिले में अपराध दर खतरनाक अनुपात में बढ़ रही है. लोगों की जान और माल दांव पर लगा है. बार एसोसिएशन, सिविल सोसाइटी और अन्य संगठनों ने आज सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक बालेश्वर बंद को समर्थन करते हुए 12 घंटे तक अपने कार्यों को बंद रखा. आंदोलनकारी जिला पुलिस अधीक्षक (एसपी) के तत्काल स्थानांतरण या बर्खास्तगी की भी मांग कर रहे थे. व्यापक समर्थक के कारण बंद के दौरान सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान, दुकानें और कार्यालय नहीं खुले. 12 घंटे के बंद को लेकर कानून-व्यवस्था बनाये रखने के लिए जिलेभर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी.