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पहले दिन ही प्रश्नपत्र के वायरल होने का आरोप
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बोर्ड ने आरोप को नकारा, मंत्री ने कहा होगी जांच
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विद्यार्थी परिषद ने थाने में मामला दर्ज कराया
भुवनेश्वर. ओडिशा माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा संचालित दसवीं बोर्ड की परीक्षा बुधवार को शुरु हुई. पहले दिन प्रथम भाषा ओड़िया की परीक्षा आयोजित हुई. राज्य के कुल 5,60,905 छात्र-छात्राएं इस परीक्षा में बैठे. इसके लिए कुल 28888 परीक्षा केन्द्र बनाये गये हैं. यह परीक्षा आज से शुरु होकर 2 मार्च तक चलेगी. बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि पहले दिन नकल करते हुए 44 बच्चे पकड़े गये हैं. परीक्षा को सफलतापूर्वक संचालित करने के लिए बोर्ड द्वारा काफी कदम उठाये गये हैं. नकल रोकने के लिए 1000 परीक्षा केन्द्रों पर सीसीटीवी कैमरा लगाये गये हैं. परीक्षा में नकल को रोकने के लिए जिला स्तर पर 69 उड़न दस्ता बनाये गये हैं.
इधर, परीक्षा के पहले दिन ही प्रश्नपत्र के वायरल होने का आरोप लगा है. कलाहांडी जिले के धर्मगढ़ इलाके में प्रश्नपत्र मोबाइल से मोबाइल के बीच घूमने के संबंध में आरोप लगा है, लेकिन बोर्ड के अधिकारियों ने इसे नकार दिया है. बोर्ड के अधिकारियों ने कहा कि प्रश्नपत्र वायरल नहीं हुआ है. परीक्षा समाप्त होने के बाद ही यह वायरल हुआ है. राज्य के विद्यालय व जनशिक्षा मंत्री समीर रंजन दास ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि प्रश्नपत्र वायरल होने के संबंध में उनके पास कोई खबर नहीं है. यदि प्रश्नपत्र वायरल हुआ है तो इस मामले की जांच की जाएगी. मामले में कार्रवाई होगी. प्रश्नपत्र लीक होने के आरोप लगने के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने दोपहर को कैपिटल थाने में पहुंचकर इसे लेकर लिखित में शिकायत दर्ज करायी. विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य संजय मलिक ने बताया कि इस तरह की घटनाएं बार-बार हो रही है. प्रशासन इस पर ध्यान नहीं दे रही है. इस कारण परिषद ने लिखित में मामला दर्ज कराया है. उन्होने कहा कि इस मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की परिषद मांग करती है.